खोदकर छोड़ दीं सड़कें, लोगों का जीना कर दिया दूभर
संवाद सहयोगी घाटमपुर दर्जनों गांवों की हजारों की आबादी को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्रामीण्
संवाद सहयोगी, घाटमपुर : दर्जनों गांवों की हजारों की आबादी को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनी सड़कों का बुरा हाल है। नौ महीने से सड़कें खुदी पड़ी हैं। आए दिन होने वाले हादसों और उड़ने वाली धूल से ग्रामीण परेशान हैं। न तो जनप्रतिनिधि और न तो अधिकारी किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
घाटमपुर से भदरस, बलरामपुर और रतनपुर होते हुए गजनेर को जाने वाली लिक रोड हो या फिर जहांगीराबाद से बलाहापारा और तेजपुर से होते हुए गजनेर को जाने वाली लिक रोड हो। दोनों ही खस्ता हाल हैं। दोनों सड़कें दर्जन भर गांवों को जोड़ती हुई जाती हैं। इन गांवों का नगर आने-जाने का यही मार्ग हैं। दोनों ही सड़कें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत बनी थीं। जगह-जगह गड्ढे और सड़क उखड़ी होने की वजह से मार्च के महीने में दोनों सड़कों को बनाने का टेंडर हुआ था। ठेकेदारों ने सड़क खोदी और गिट्टी भी डाले इसके बाद से काम बंद हो गया। मार्च महीने में बंद हुआ काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। एनआरआईडीए ने लगाई रोक
घाटमपुर से बलरामपुर से होते हुए गजनेर को जाने वाली सड़क में सिर्फ बलरामपुर तक (पांच किमी) बनाने का टेंडर हुआ था। टेंडर राजेश कुमार कटियार की फर्म को मिला था। सड़क खोदने के बाद उसपर गिट्टे डाले गए। पीएमजीएसवाई के जेई अखिलेश यादव ने बताया कि ठेकेदार द्वारा कराए जा रहे काम को एनआरआइडीए (नेशनल रूरल इंफ्रस्ट्रक्टर डेवलपमेंट एजेंसी) से रोकने का आदेश हुआ है। मामले में शायद ठेकेदार के खिलाफ किसी ने गलत तरीके से टेंडर हासिल करने के आरोप लगाए थे, जिसकी वजह से काम रुका है।
वहीं, जहांगीराबाद से बलाहापारा होते हुए जाने वाली सड़क का टेंडर कृष्ण कुमार मिश्र को हुआ था। जिस पर काम काफी धीमी रफ्तार से चल रहा है। इसकी एक बड़ी वजह विभाग की ओर से समय पर भुगतान न होना भी है।
विधायक बोले- सीडीओ से हुई बात
मामले में बात करने के लिए पीएमजीएसवाई के एक्सईएन योगेंद्र सिंह को फोन किया गया तो उठा नहीं। वाट्सएप पर भेजे गए मैसेज को देखकर भी कोई जवाब नहीं दिया। जहां एक ओर ग्रामीणों को खुदी सड़कों की वजह से रोजाना समस्या से जूझ रहा है वहीं, विभाग इसके लिए जवाबदेही तक नहीं तय कर रहा है। वहीं, विधायक उपेंद्र पासवान ने बताया कि खस्ताहाल सड़कों को लेकर उनकी चार दिन पहले सीडीओ डा. महेंद्र कुमार से बातचीत हुई थी। उन्होंने जल्द काम कराने का आश्वासन दिया है।