पांच मौतों से घरों के नहीं जले चूल्हे, गांवों में छाया मातम
संवाद सहयोगी भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के गांवों में बिजली गिरने से पांच की मौत से मातम पसरा हु
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : तहसील क्षेत्र के गांवों में बिजली गिरने से पांच की मौत से मातम पसरा हुआ है। किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि बिजली ने ऐसी आफत गिराई कि ताउम्र भुलाया न जा सकेगा। शाम तक चार लोगों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया, लेकिन कलुवाताला गांव में किशोर बाल सिंह के स्वजन गांव से बाहर होने के कारण अंतिम संस्कार मंगलवार को होगा।
गौरीरज्जन गांव में रविवार को बिजली गिरने से मृत हुए 15 वर्षीय समीर उर्फ छोटू का शव सोमवार को पोस्टमार्टम होने के बाद घर पहुंचा तो घर में रोना पीटना मच गया। मां शाजिदा बेगम,बड़ी बहन तबस्सुम, बड़े भाई हसीन, मो.मन्तजीम व मो. जाकिर व अन्य लोग दहाड़े मार रोने लगे। उनका गम देखकर गांव के लोग भी अपने आंसू न थाम सके। उधर असेवा गांव में भी मृतक मलखान उर्फ पप्पू के घर में सन्नाटा पसरा रहा। बड़े भाई बउवा यादव,राजू, हीरा व छोटा भाई सर्वेश समेत सभी का बुरा हाल था। चांदापुर गांव में भी रामस्वरूप की 58 वर्षीय पत्नी किशोरी देवी का शव घर पहुंचने पर पुत्र चिरंजन, विवेक, जंटर, अमितव गोल्डी आदि बिलख पड़े। किसी तरह से रिश्तेदारों ने उन्हें संभाला। उधर कलुवाताला गांव में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर मरे 16 वर्षीय बालसिंह के घर में उसके स्वजन मौजूद न होने केकारण शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका। गांव वालों ने बताया कि बाल सिंह की मां का देहांत हो चुका है। पिता चरन सिंह गुजरात में कहीं रहकर मजदूरी करता है। बड़ा भाईराम सिंह व प्रेमचन्द्र अविवाहित हैं और बाहर कहीं रहकर मजदूरी करते है। उसके पिता व भाइयों को बालसिंह की मौत की सूचना दे दी गई है। सोमवार शाम तक स्वजन नहीं आ सके थे। मंगलवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। तहसीलदार रामशंकर वर्मा ने बताया कि सरकारी सहायता जल्द ही परिवार के बैंक खाते में भेजी जाएगी।