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मीटर बाईपास से बिजली विभाग को राजस्व क्षति पहुंचा रहे उपभोक्ता

बिजली विभाग को राजस्व क्षति पहुंचा रहे उपभोक्ता

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 04:00 AM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 04:00 AM (IST)
मीटर बाईपास से बिजली विभाग को राजस्व क्षति पहुंचा रहे उपभोक्ता
मीटर बाईपास से बिजली विभाग को राजस्व क्षति पहुंचा रहे उपभोक्ता

मीटर बाईपास से बिजली विभाग को राजस्व क्षति पहुंचा रहे उपभोक्ता

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जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग की ओर से टीम गठित कर छापेमारी की जाती है, लेकिन इसके बाद भी उपभोक्ता विभाग को चूना लगाने से नहीं चूक रहे हैं। स्थिति यह है कि प्रति माह विभाग को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। अप्रैल माह में ही विभाग को करीब आठ करोड़ राजस्व क्षति हुई थी। अब ऐसे लोगों पर लगाम लगाने के लिए विभाग ने 60 फीसद से अधिक लाइन लास वाले 30 फीडरों को चिह्नित किया है।

बिजली विभाग के लंबे बकाए को डकारने के लिए उपभोक्ता मीटर से छेड़छाड़ कर बाईपास करते हैं। वहीं मीटर खराब होने का प्रार्थना पत्र देकर पुरानी रीडिंग में खेल किया जाता है। इसमें संबंधित कर्मचारियों को झांसे के साथ ही प्रलोभन दिया जाता है। इसके साथ ही कटिया डालकर अवैध रूप से भी बिजली की चोरी हो रही है। इस पर लगाम लगाने के लिए विभाग की ओर से टीम गठित कर अभियान चलाया जाता है। इसके साथ ही विजिलेंस टीम की ओर से भी शिकायत मिलने पर छापेमारी की जाती है, लेकिन इसके बाद भी बिजली चोरी पर लगाम नहीं लग पा रही है। मीटर से छेड़छाड़, कटिया डालने के साथ ही अन्य माध्यमों से लोग अवैध रूप से बिजली का उपभोग कर रहे हैं। अवैध रूप से बिजली उपभोग के कारण ही रनियां, पुखरायां व झींझक उपखंड के अंतर्गत 30 फीडरों को चिंहित किया गया, जहां सबसे अधिक लाइनलास हो रहा है। वहीं अप्रैल माह में ही विभाग को आठ करोड़ राजस्व क्षति हुई थी। बिजली चोरी पर लगाम लगाने के लिए विभाग की ओर से अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत जनवरी से मई माह तक 516 लोगों को पकड़ा गया और उनके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज कराए गए। इसके साथ ही ग्रामीण व कस्बा क्षेत्र में एबीसी (एरियल बंच कंडक्टर) लाइन डाली जा रही है, जिससे बिजली चोरी पर लगाम लग सके। जिले में अब तक 1580 किमी एबीसी डाली गई है। इसके साथ ही विभाग की योजना पूरे जिले में एबीसी डालने की है। वहीं मीटर रीडर के खेल को पकड़ने के लिए भी विभाग की ओर से टीम का गठन किया गया है, जो औचक जांच करती है। लेकिन अभी तक जिले में कर्मी की संलिप्तता की पुष्टि विभाग नहीं कर सका है। अधीक्षण अभियंता एके वर्मा ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। एबीसी पड़ने के बाद बड़े स्तर पर बिजली चोरी रुकी भी है। वहीं अब उपभोक्ता समय से बिल जमा नहीं कर रहे हैं। इससे राजस्व को क्षति हो रही है इसको लेकर भी अभियान चलाया जाएगा।


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