लापरवाही पर सीएमएस ने एनआरसी स्टाफ का रोका मानदेय
जागरण संवाददाता कानपुर देहात कुपोषित बच्चों के शारीरिक विकास को लेकर जिला अस्पताल मे
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : कुपोषित बच्चों के शारीरिक विकास को लेकर जिला अस्पताल में बने एनआरसी स्टाफ लापरवाही बरत रहा है। चेतावनी के बाद भी कार्य में सुधार न होने पर सभी का वेतन रोक दिया है। मंगलवार को सीएमएस डा. वंदना सिंह ने निरीक्षण किया तो वार्ड में गंदगी मिलने पर फटकार लगाई।
शासन कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए लगातार प्रयत्नशील है। गांवों में आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से कुपोषित बच्चों की सेहत सुधारने को पोषाहार दिया जा रहा है। तो वहीं दूसरी ओर अति कुपोषित बच्चों को पोषण का बूस्टर डोज देने के लिए जिला अस्पताल में एनआरसी की स्थापना करा ऐसे बच्चों की समुचित देखभाल किए जाने की व्यवस्था है। चार स्टाफ नर्स, एक कुक, एक केयरटेकर, एक काउंसलर व एक सफाई कर्मी तैनात है। जिला अस्पताल के एनआरसी स्टाफ की लापरवाही के कारण शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है। इससे नाराज होकर सीएमएम डा. वंदना सिंह ने कार्य में सुधार न होने तक वेतन रोकने की कार्रवाई की है। निर्देश का कितना पालन हुआ इसकी हकीकत परखने के लिए उन्होंने मंगलवार को निरीक्षण किया तो तीन बजे वार्ड में गंदगी मिली, वार्ड में कपड़े फैले मिलने पर ड्यूटी में तैनात स्टाफ नर्स सहित अन्य कर्मचारियों से नाराजगी व्यक्त की। वार्ड में गजनेर थाना क्षेत्र के बिल्टी निवासी इसरार के दो वर्षीय पुत्र वजीर व इन्हीं के छह माह के मुख्तार भर्ती हैं। सीएमएम वंदना सिंह ने बताया कि चेतावनी के बाद भी लगातार लापरवाही की जा रही है जो मनमानी दर्शाता है, इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एक मौका और दिया है अब सीधे बड़ी कार्रवाई होगी।