तालाब की भूमि पर बांधते मवेशी, लगाते गोबर के ढेर
शासन भले ही पृथ्वी के नीचे गिरते हुए जलस्तर को रोकने के लिए तालाब
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : शासन भले ही पृथ्वी के नीचे गिरते हुए जलस्तर को रोकने के लिए तालाबों की खोदाई कराकर जल संचय कराने का प्रयास कर रहा हो लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण शासन की मंशा पूरी नहीं हो पा रही है। अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही मलासा ब्लॉक के सैदलीपुर गांव में स्थित होरी तालाब की भूमि पर दबंग सरेआम मवेशी बांध रहे हैं तथा तालाब की भूमि पर गोबर के उपले पाथकर शासन की मंशा को धता बता रहे हैं। मलासा ब्लॉक के सैदलीपुर गांव में पूर्वी छोर पर सड़क के किनारे करीब दो बीघा रकबा का होरी तालाब है। वर्ष 2019-20 में मनरेगा योजना के तहत 1.67 लाख रुपये खर्च कर तालाब की खोदाई कराई गई थी, लेकिन तालाब के उत्तर की ओर सड़क के किनारे गांव के दबंगों ने तालाब की भूमि पर कब्जा करना शुरू कर दिया है। लोग तालाब की भूमि पर मवेशी बांधते हैं, कूड़ा व गोबर डालते हैं तथा
गोबर के उपले पाथकर वहीं ढेर लगा रहे हैं। सरकारी अधिकारी सड़क से गुजरते समय तालाब पर हो रहे कब्जे देखते हैं, लेकिन लापरवाही के कारण तालाब की भूमि से कब्जा नहीं हटवाया जा रहा है। ग्राम प्रधान रवीश सचान ने बताया कि तालाब में पानी संचय करने की उचित व्यवस्था नहीं है इसलिए तालाब की खाली पड़ी भूमि पर आसपास से लोग अपने-अपने मवेशी बांध रहे हैं तथा गोबर के उपले पाथकर ढेर लगा रहे हैं। मना करने के बावजूद भी बात नहीं मानते हैं। बीडीओ भगवान सिंह चौहान ने बताया कि सैदलीपुर गांव में तालाब की भूमि पर मवेशी बांधने व गोबर के ढेर लगाने की जानकारी नहीं है। शीघ्र ही पुलिस की मदद से तालाब की भूमि से अतिक्रमण हटवाया जाएगा।