बारा टोल पर लगता जाम, पुलिस कर्मी करते आराम
बारा टोल पर लगता जाम पुलिस कर्मी करते आराम
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: फास्टैग व्यवस्था लागू होने के बाद बारा टोल प्लाजा पर जाम की समस्या आम हो गई है। टोल से निकलने के दौरान जाम से बचने के लिए वाहन स्वामी लेन बदलने के प्रयास में आड़े तिरछे वाहन फंसा देते है। हालांकि ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए टोल प्रबंधन के द्वारा सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर पुलिस की एक गाड़ी भी मौजूद रहती है, लेकिन अधिकांश समय पुलिस कर्मी जाम की समस्या की फिक्र किए बिना अपने में ही मशगूल रहते हैं। पुलिस व टोल कर्मियों की निष्क्रियता के चलते रविवार को भी लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ा।
कैशलेस व्यवस्था को प्रभावी बनाने के साथ ही वाहन स्वामियों को जाम, ईधन की बचत व प्रदूषणरहित वातावरण देने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से सभी वाहनों को फास्टैग करने के निर्देश जारी किए गए थे। व्यवस्था लागू होने के एक माह से अधिक का समय गुजरने के बाद भी अब तक स्थितियां सामान्य नहीं हो सकी हैं। इससे टोल पर अधिकांश समय लोगों को जाम की समस्या से ही जूझना पड़ता है। हालांकि फास्टैग लेन की अपेक्षा कैश लेन में वाहनों की कतारें अधिक लग रही हैं जबकि एनएचएआइ के निर्देश पर बारा टोल प्लाजा की 25 फीसदी लेन को कैश के लिए छोड़ा गया है। इसके बाद भी वाहन स्वामियों को घंटों जाम से जूझना पड़ रहा है। एक लेन में लगे वाहन कतार से दूसरी लेन में न जाए इसके लिए टोल प्रबंधन की ओर से सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। जबकि जिला प्रशासन के निर्देश पर पुलिस की एक गाड़ी भी मौजूद रहती है, लेकिन पुलिस कर्मियों की निष्क्रियता के चलते वाहन स्वामी जाम से बचने के लिए एक लेन से दूसरी लेन में जाने के दौरान वाहनों को आड़ा तिरछा फंसा देते हैं। इससे भी जाम की समस्या बन रही है। वहीं फास्टैग लेन में बिना टैग वाली गाड़ी जाने पर दोगुना चार्ज वसूलने के निर्देश हैं, लेकिन अधिकांश मामलों में दोगुना चार्ज देने के दौरान वाहन स्वामियों व टोल कर्मियों के बीच विवाद की स्थित बनती है। जबकि इस दौरान मौजूद पुलिस कर्मी अपने आप में ही मशगूल रहते हैं।
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फास्टैग का अधिक चार्ज वसूलने पर हुआ विवाद
बारा टोल प्लाजा की कानपुर-अकबरपुर लेन पर आइएचएमसीएल कंपनी की ओर से फास्टैग काउंटर लगाया गया है। रविवार को टैग लेने के दौरान कई वाहन स्वामियों का टैग काउंटर कर्मी दीपक सिंह से विवाद हो गया। कानपुर निवासी अनुज मिश्रा ने बताया कि उन्होंने फास्टैग लिया था। जिसके एवज में बूथ कर्मी ने 250 रुपये ले लिए और यह मेरे साथ ही नहीं बल्कि कई वाहन स्वामियों के साथ ऐसा हुआ। उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत टोल मैनेजर नीरज त्रिपाठी से की गई। उन्होंने मौके पर पहुंचकर मामले का संज्ञान लेते हुए विवाद को शांत कराया और बूथ कर्मी से 150 रुपये वापस कराए।
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घंटों जाम में पड़ा जूझना
गोरखपुर निवासी दिवाकर शुक्ला ने बताया कि वह उज्जैन से वापस लौट रहे हैं। बारा टोल प्लाजा पर जाम के कारण कई घंटे बर्बाद हो गए। वहीं आइएचएमसीएल फास्टैग बूथ से टैग लेने के दौरान विवाद भी हो गया। उन्होंने बताया कि उनसे भी अधिक रुपये ले लिए गए।
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बोले जिम्मेदार
बिना टैग वाले वाहन अक्सर ही फास्टैग लेन में आ जाते हैं, जिनसे अधिक चार्ज वसूला जाता है। इस दौरान वह विवाद पर अमादा हो जाते हैं, जिससे जाम की स्थितियां बनती है।
मनोज शर्मा, जीएम बारा टोल