सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर काली पट्टी बांध जताया विरोध
जागरण संवाददाता कानपुर देहात दिल्ली बार्डर पर किसानों की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन के
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : दिल्ली बार्डर पर किसानों की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन के छह माह पूर्ण होने पर भाकियू ने बुधवार को काला दिवस मनाया। जनपद के सभी तहसील व थाना क्षेत्र में प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित चार सूत्री ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा।
न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी के साथ ही किसान बिल वापस लेने जैसी मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन दिल्ली बार्डर पर प्रदर्शन कर रही है। आंदोलन के छह माह पूर्ण होने पर भाकियू ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया। इसके साथ ही सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। भाकियू के काला दिवस मनाए जाने की जानकारी मिलने पर शिवली कोतवाल प्रमोद कुमार शुक्ला, एसएसआई लक्ष्मण सिंह ने हरिकिशनपुर गांव पहुंच तहसील अध्यक्ष रणधीर सिंह को नजरबंद कर लिया। वहीं औनहां चौकी प्रभारी शशिकांत यादव ने यूनियन के महासचिव सुशील यादव को नजरबंद कर दिया। हरिकिशनपुर गांव में तहसील अध्यक्ष रणधीर सिंह ने राष्ट्रपति को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से देश में डीजल के आसमान छूते दाम, माल भाड़ा, डीजल व पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने, बिजली समस्या का निदान सहित अन्य मांगों के निस्तारण का संदेश भेजा। डेरापुर तहसील क्षेत्र के कटेही गांव में तहसील अध्यक्ष सलीम मंसूरी की अध्यक्षता में क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान के लिए बैठक कर निस्तारण की मांग की। इसके बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार लाल सिंह को सौंपा। इस दौरान किसान कमलेश कमल, धनीराम, रामशंकर, उजियारे लाल, दिनेश, सतीश, सुखबीर, रामलखन, पन्नालाल मौजूद रहे। वहीं सिकंदरा तहसील क्षेत्र के मिरगांव एवं हरिहर मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर भाकियू ने किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया।
तहसील अध्यक्ष श्रीपत कटियार ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि सरकार किसानों के साथ बराबर अनदेखी करती आ रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने तीनों कृषि कानून बिल वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसी चार सूत्री मांगों को लेकर थानाध्यक्ष विद्यासागर को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर नवीन तिवारी, अशोक कटियार, कैलाश नाथ कटियार, रामसेवक उर्फ जंटर कटियार, रामनाथ कटियार, कालीचरण, राम आसरे वर्मा, रामदयाल, विमला देवी, मान सिंह मौजूद रहे।