आयुष्मान में भर्ती मरीजों का बायोमेट्रिक से होगा सत्यापन
जागरण संवाददाता कानपुर देहात गरीबों को पांच लाख रुपये तक निश्शुल्क इलाज देने के लिए शु
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : गरीबों को पांच लाख रुपये तक निश्शुल्क इलाज देने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना में अब घालमेल नहीं हो सकेगा। अस्पताल में मरीज के भर्ती होने से लेकर जांच तथा डिस्चार्ज होने पर बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य होगा।
आयुष्मान योजना अंतर्गत जिले में करीब 98 हजार बीपीएल गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक निश्शुल्क इलाज देने की पात्रता में पाया गया है। संयुक्त जिला अस्पताल पुरुष व महिला, रसूलाबाद व पुखरायां सीएचसी सहित एक दर्जन निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है। ताकि गरीबों को इन अस्पतालों में निश्शुल्क इलाज की सुविधा दी जा सके। पिछले दिनों लाभार्थियों को इलाज मिलने में शिकायतों पर योजना को और पारदर्शी तरीके से संचालित करने का खाका तैयार किया गया है। इसके तहत अब आयुष्मान से संबद्ध सरकारी व निजी अस्पतालों में लाभार्थी मरीज का बायोमेट्रिक से सत्यापन किया जाएगा। साचीज की मुख्य कार्यपालक अधिकारी संगीता सिंह की ओर से इस बावत निर्देश जारी किये गए हैं, जिसके अनुसार अस्पताल में मरीज के भर्ती होने के समय तथा उपचार के बाद डिस्चार्ज होने पर बायोमेट्रिक सत्यापन होगा। यदि किसी मरीज के लिए एक दिन में एक से ज्यादा डे-केयर प्रोसीजर जैसे-डायलिसिस, कीमोथेरेपी आदि निर्धारित है तो प्रत्येक प्रोसीजर के लिए भी बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाएगा। साथ ही योजना का एक बार से अधिक लाभ लेने पर सत्यापन अनिवार्य होगा।
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आयुष्मान योजना से अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों का बायोमेट्रिक से सत्यापन कराने के निर्देश मिले हैं। सभी को बायोमेट्रिक लगाने की सूचना दी गई है।
-डा. हीरा सिंह (सीएमओ)