स्कूल जाने को उत्साहित थीं अर्चना और अक्षिता
जागरण संवाददाता कानपुर देहात अर्चना अकबरपुर प्राथमिक विद्यालय तृतीय में शिक्षिका थीं। सोमवा
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : अर्चना अकबरपुर प्राथमिक विद्यालय तृतीय में शिक्षिका थीं। सोमवार से स्कूल खुलने को लेकर वह बहुत उत्साहित थीं कि अब बच्चों को पढ़ाने का मौका इतने माह बाद मिलेगा तो वहीं कक्षा एक में पढ़ने वाली अक्षिता भी स्कूल जाने को लेकर बेहद खुश थी। उसके कपड़े व सैंडल सभी धुलकर रात में ही अर्चना ने तैयारी कर ली थी, लेकिन काल को कुछ और ही मंजूर था। स्कूल तो वह न जा सके और दुनिया छोड़कर चले गए।
अर्चना को बच्चों से बहुत लगाव था और विद्यालय में भी उसके पढ़ाने के रोचक तरीके से स्टाफ कायल था। बच्चे भी उन्हें काफी पसंद करते थे। रविवार को उन्होंने पूरी तैयारी कर ली थी कि सोमवार से शिक्षण कार्य शुरू करना है, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। अक्षिता के बाबा कैलाशनाथ बच्चों के कपड़े देखकर फफक कर रोने लगे कि मेरी फूल सी बच्ची स्कूल जाने को लेकर कितना खुश थी, लेकिन उस दरिदे ने एक हंसते खेलते परिवार को उजाड़ दिया।
एक करोड़ मुआवजा व आरोपित को मिले फांसी
घटना के बाद सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष वीरसेन यादव, महेश शुक्ला, शेखू खान, महेंद्र सिंह, रोहित, अंशू व गोविद उर्सला के अलावा घर व पोस्टमार्टम में पहुंचे। उन्होंने दुखी स्वजन को सांत्वना दी साथ ही सरकार से मांग रखी कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए। साथ ही आरोपित को जल्द फांसी की सजा मिले तभी पीड़ित परिवार को इंसाफ मिल सकेगा। इसके अलावा बबलू कटियार, सभासद गोपाल सैनी समेत अन्य लोग भी पहुंचे और दुख जताया। सपा के नगर अध्यक्ष रहे हैं जितेंद्र
सभासद जितेंद्र यादव सपा से जुड़े और वह अकबरपुर नगर अध्यक्ष के पद पर भी रह चुके हैं। सपा नेताओं ने बताया कि पार्टी कार्यक्रमों में बढ़कर हिस्सा लेते रहे। किरायेदार महिला सिपाही ने पकड़ने का किया था प्रयास
सभासद के मकान में एक और महिला सिपाही अर्चना रहती है। चीख पुकार मचने पर उसने जब नजारा देखा तो भागते हुए अवनीश को पकड़ने की कोशिश की थी, लेकिन वह तेजी से भाग निकला।