छह रोजगार मेले होने के बाद भी 97 फीसद बेरोजगार
जागरण संवाददाता कानपुर देहात नौकरी की तलाश में भटक रहे युवाओं को रोजगार देने के
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : नौकरी की तलाश में भटक रहे युवाओं को रोजगार देने के लिए पिछले नौ माह में छह बार मेले का आयोजन किया गया। युवाओं से नामी कंपनियों के आने के दावे भी किए गए, लेकिन औपचारिकता मात्र साबित हुए मेलों की हकीकत यह रही कि 23060 पंजीकृत युवाओं के सापेक्ष मात्र तीन फीसद को ही रोजगार मिल सका।
जिला सेवायोजन कार्यालय की ओर से जनवरी से अगस्त माह तक कुल छह मेलों का आयोजन किया गया। युवाओं को रोजगार देने के लिए बड़े बड़े दावों के साथ प्रचार प्रसार में भी कसर नहीं छोड़ी गई। प्रति मेले में भारी भरकम बजट भी खर्च किया गया, लेकिन इसके बाद भी जनपद के 97 फीसद लोगों को रोजगार नहीं मिल सका। सेवायोजन कार्यालय में जिले के 23060 बेरोजगार युवा पंजीकृत हैं, जिन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जनवरी माह में आयोजित मेले में 650 युवाओं ने प्रतिभाग किया। इसमें 149 का ही चयन हो सका, जबकि फरवरी माह में आयोजित रोजगार मेले में 1914 के सापेक्ष 512 का चयन किया गया। इस तरह सितंबर माह तक आयोजित रोजगार मेले में जिले के 756 युवा ही चयनित हो सके। वहीं जमीनी हकीकत की बात करे तो चयनित युवाओं को भी अपेक्षा के अनुरुप काम नहीं मिल सका। इससे उन्होंने एक-दो माह नौकरी करने के बाद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
कोरोना काल में नही आयोजित हुए मेले
लॉकडाउन के दौरान मार्च, अप्रैल, मई व जून माह में मेलों का आयोजन नहीं किया जा सका। वहीं जुलाई माह में दो मेले जरूर आयोजित किए गए, लेकिन उसमें मात्र 50 लोगों को ही रोजगार मिल सका। वहीं अगस्त माह में आयोजित दो मेलों में 45 युवा ही रोजगार पा सके।