बारिश से किसानों का 600 क्विंटल धान भीगा
संवाद सहयोगी झींझक गुरुवार रात हुई बारिश में खरीद मंडी समिति के केंद्र पर खुले में
संवाद सहयोगी, झींझक: गुरुवार रात हुई बारिश में खरीद मंडी समिति के केंद्र पर खुले में जमा किसानों का धान भीगने के कारण किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं। जबकि पहले ही मंडी समिति के अधिकारियों और कर्मचारियों को पता था कि बारिश हो सकती है और खुले में पड़ा धान खराब हो जाएगा। इसके बाद भी समय रहते उसकी सुरक्षा नहीं की जा सकी।
झींझक में बने मंडी समिति के धान खरीद केंद्र में करीब सात किसानों का छह सौ कुंतल से भी अधिक धान खुले आसमान के नीचे रखा हुआ था। गुरुवार की रात्रि हुई बारिश में किसानों का धान भीग गया। जिससे किसानों का डबल नुकासन हुआ है। इसके बाद भी किसी अधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है। अमोल सिंह भदौरिया रामपुर, राघवेंद्र सिंह सेंगर डिलवल आदि किसानों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से खुले में धान जमा है। चबूतरा भी खाली नहीं हो रहा है। उसमें भी किसानों का धान जमा है। जिसके कारण हमारा धान खुले में जमा है और बारिश में भीग गया है। जिसके कारण धान खराब होने की आशंका है। खरीद केंद्र प्रभारी अनिल यादव ने बताया कि खरीद केंद्र पर किसानों की भीड़ अधिक है। जिसमें झींझक व संदलपुर दोनों ब्लाकों के किसानों का धान आ रहा है और तौल भी लगातार चल रही है।