60 दिन ऊंघते रहे, नौ दिन में तोड़ा गेहूं खरीद का रिकार्ड
जागरण संवाददाता कानपुर देहात रबी विपणन वर्ष 2020-21 में गेहूं खरीद के लिए जनपद में 79 खर
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : रबी विपणन वर्ष 2020-21 में गेहूं खरीद के लिए जनपद में 79 खरीद केंद्र बनाए गए थे, जिसके लिए 15 अप्रैल से खरीद शुरू की गई। अप्रैल व मई माह के 60 दिनों की बात करें तो खरीद प्रतिशत में वह बढ़ोतरी नहीं हो सकी जो गत नौ दिनों में विभाग ने हासिल की। नौ दिनों में खरीद प्रतिशत में बढ़ोतरी बिचौलियों की सक्रियता को लेकर सवाल खड़े करती है।
गेहूं खरीद के लिए जनपद में नैफेड, भारतीय खाद्य निगम, पीसीयू, पीसीएफ, कर्मचारी कल्याण निगम, यूपी एग्रो सहित नौ एजेंसियों द्वारा खरीद की जा रही है, जिसके लिए 60 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। क्रय केंद्रों में 15 जून तक 29347 मीट्रिक टन की खरीद करते हुए 48 फीसद लक्ष्य हासिल कर लिया गया था। जिसके बाद 15 से 23 जून तक नौ दिनों में 3193 मीट्रिक टन की विभाग द्वारा खरीद पूर्ण कर ली गई। पिछले दिनों की तुलना में खरीद प्रतिशत में छह फीसद से अधिक हुई बढ़ोतरी क्रय केंद्रों पर बिचौलियों की सक्रियता को बयां करती है। क्योंकि शुरू में वास्तविक किसानों ने गेहूं बिक्री कर लिया था, जिससे क्रय केंद्रों पर किसानों का पहुंचना बंद हो गया था।
किसानों के प्रपत्र का उठाते हैं लाभ
गेहूं बिक्री में अत्यधिक मुनाफा कमाने के लिए बिचौलिये किसानों से संपर्क स्थापित करते हैं। सस्ते दामों में गेहूं खरीद कर पूर्व परिचित किसानों का पंजीकरण पर क्रय केंद्रों में गेहूं की बिक्री की जाती है। खाते में रुपये पहुंचने के बाद पंजीकृत किसान को तय राशि के अनुसार देकर शेष मुनाफा बिचौलियों को मिलता है। बिचौलियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए क्रय केंद्र प्रभारी से साठगांठ रहती है।
गेहूं खरीद में प्रगति हैं, लेकिन कोई अप्रत्याशित बढ़ोतरी नहीं हैं। शरुआती दिनों में लॉकडाउन के कारण खरीद गति धीमी रही थी, जिस कारण अब अंतिम तिथि होने पर बढ़ी है।
शिशिर कुमार, जिला खाद्य विपणन अधिकारी