फोन पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत दस गिरफ्तार
सैकड़ों लोगों को शिकार बना चुका है गिरोह ठगी की रकम एक करोड़ से ज्यादा होने का अनुमान (क्रॉसर) - प्रधानमंत्री आवास दिलाने और मोबाइल टावर लगवाने का देते थे झांसा
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : मूसानगर थाना पुलिस ने फोन पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत दस सदस्यों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपित प्रधानमंत्री आवास दिलाने और मोबाइल टावर लगवाने का झांसा देकर लोगों से रुपये ऐंठते थे। पकड़े गए बदमाशों से बिना नंबर की कार, पांच मोबाइल व ठगे गए 26 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। पुलिस ने अनुमान जताया है कि ये गैंग अब तक सैकड़ों लोगों को शिकार बनाकर एक करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ऐंठ चुका है।
बाराबंकी के बरौलिया थाना निवासी जगदेव ने मूसानगर थाने में 16 सितंबर को मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि अगस्त माह में एक फोन आया। बातचीत में युवक ने खुद को प्रधानमंत्री आवास योजना का कर्मचारी बताकर बैंक में 16400 रुपये जमा करा लिए। इसके बाद लखनऊ बुलाकर प्रधानमंत्री आवास योजना का फर्जी प्रमाण पत्र देकर 23600 रुपये नकद लिए। आवास की किस्त नहीं मिली तो शक हुआ। बैंक से डिटेल निकलवाई तो पता चला कि खाता नंबर स्टेट बैंक की शेरपुर, मूसानगर शाखा का है। पुलिस ने विवेचना शुरू की तो सामने आया कि गैंग का सरगना मूल निवासी जरसेन, मूसागर व हाल निवासी जयंती बिहार-किदवईनगर कानपुर शुभम सिंह है। मुखबिर की सूचना पर मूसानगर थाना प्रभारी राम बहादुर पाल ने पुलिस बल के साथ चांदपुर तिराहे से शुभम को दबोच लिया। पूछताछ के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्य जरसेन निवासी शुभम कुमार, विजय, शानू उर्फ पत्तर, करन कुमार, विपिन कुमार, चांदपुर-जरसेन निवासी अजीत सिंह उर्फ अंकित, पुलंदर निवासी अजय, राजू सिंह व कल्लू को पकड़ा गया।
एसपी अनुराग वत्स ने बताया कि शुभम सिंह ने गैंग के सभी सदस्यों के साथ मिलकर सैकड़ों लोगों को शिकार बनाया है। ठगी की रकम एक करोड़ रुपये से ज्यादा होने का अनुमान है। शुभम पर बस्ती जिले और कानपुर देहात के मंगलपुर थाने में भी मुकदमा दर्ज है। सभी सदस्यों के बैंक खातों से कई बार लेन-देन हुआ है। उन्होंने बताया कि आरोपितों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।