युवक बीमारी से हो गया परेशान तो मां के दुपट्टे से फांसी लगाकर दे दी जान
मधुमेह की बीमारी से दस वर्ष से था पीडि़त सुबह उठा लिया आत्मघाती कदम।
कानपुर, जेएनएन। बिठूर के नारामऊ में बीमारी से परेशान युवक ने शुक्रवार तड़के मां के दुपट्टे से फांसी लगाकर जान दे दी। उसका शव टिन शेड के एंगल के सहारे लटकता मिला।
इलाज से नहीं हो रहा था फायदा
नारामऊ निवासी 20 वर्षीयनूर आलम के स्वजनों ने बताया कि वह करीब दस साल से मधुमेह की बीमारी से ग्रसित था। इलाज से कोई फायदा न मिलने पर वह निराश रहता था। कस्बे में ही बाइक सॢवस सेंटर चलाने वाले पिता अशरफ ने बताया तीन बेटों में नूर आलम सबसे बड़ा था। उसने इंटर तक पढ़ाई की थी। शुक्रवार तड़के नूर आलम ने घर की बकरियों को चारा देने के लिए मां शमशुलजहां से कमरे की चाबी ली। थोड़ी देर बार बकरियों की आवाज सुनकर जब शमशुलजहां कमरे के पास गईं तो कमरा अंदर से बन्द था। खिड़की झांककर देखा तो नूर आलम का शव टिन शेड में लगे एंगल में दुप्पट्टे के सहारे लटक रहा था। इसके बाद स्वजनों ने पुलिस को सूचना दी। बिठूर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। थाना प्रभारी कौशलेंद्र सिंह ने बताया बीमारी से ऊब कर युवक ने फांसी लगाकर जान दी है।