लॉकडाउन में नौकरी चली गई तो आर्थिक तंगी से क्षुब्ध युवक ने जहर खाकर दी जान
काम न मिलने से तनाव में था युवक कांधी गांव के पास एक बाजरे के खेत में युवक ने दी जान आसपास के लोगों ने युवक के स्वजन को दी जानकारी भाई कपिल ने बताया कि दिवंगत भाई पुखरायां के एक निजी संस्थान में नौकरी करता था
कानपुर, देहात, जेएनएन। क्षेत्र के कांधी गांव के पास एक युवक ने आर्थिक तंगी के चलते जहरीला पदार्थ खाकर बाजरे के खेत में जान दे दी। पूछताछ में सामने आया कि लॉकडाउन में नौकरी जाने के बाद से युवक मानसिक तनाव और दबाव में था।
डेरापुर थाना क्षेत्र के कौरौवा गांव निवासी रामस्वरूप का सबसे छोटा 23 वर्षीय पुत्र गुलशन ने नौकरी चली जाने के बाद से गुमसुम सा रहता था। शुक्रवार सुबह गांव के ही प्यारेलाल के बाजरे के खेत के पास जहर खा लिया। वह वहीं गिर पड़ा और ग्रामीणों ने उसे देखा तो स्वजन को जानकारी दी। परिवार पहुंचा और डॉक्टर के यहां ले जाने लगे, लेकिन उसने पहले ही दम तोड़ दिया। भाई कपिल ने बताया कि दिवंगत भाई पुखरायां के एक निजी संस्थान में नौकरी करता। लॉकडाउन में नौकरी गई तो उसके बाद काम न मिलने के चलते वह मानसिक रूप से परेशान रहता था। कई बार उसे समझाया गया था लेकिन आर्थिक तंगी से परेशान होकर उसने आज आत्महत्या कर ली। गुरुवार देर शाम वह घर से निकल गया था तब से घर न पहुंचने पर उसकी खोजबीन की किंतु वह नहीं मिला। मां रज्जो, पत्नी पुष्पा का रो रो कर बुरा हाल हो था। सूचना के बाद घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और स्वजन से पूछताछ की। चौकी इंचार्ज दिग्विजय सिंह ने बताया कि नौकरी न मिलने से तनाव में आकर यह आत्मघाती कदम उठाया है।