कानपुर: ससुराल में आत्मदाह का प्रयास करने वाले युवक ने ताेड़ा दम, पत्नी समेत आठ पर हत्या का मुकदमा
डोडवा जमौली गांव निवासी निजी फर्मकर्मी संजय श्रीवास्तव की शादी 13 वर्ष पूर्व शास्त्रीनगर छोटा सेंट्रल पार्क निवासी विजय श्रीवास्तव की बेटी शिप्रा से हुई थी लेकिन करीब पांच वर्ष से दंपती का विवाद चल रहा है। बीते शुक्रवार को संजय पत्नी को बुलाने के लिए ससुराल गए थे।
कानपुर, जेएनएन। काकादेव के शास्त्रीनगर स्थित ससुराल में मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने वाले बिल्हौर के डोडवा जमौली गांव के युवक की रविवार रात उपचार के दौरान मौत हो गई। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद स्वजन शव लेकर गांव पहुंचे और युवक के ससुरालवालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए उत्तरी में जीटी रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया। इससे करीब 40 मिनट तक यातायात बाधित रहा। इंस्पेक्टर व चौकी प्रभारी ने कार्रवाई का भरोसा देकर शांत कराया। इसके बाद काकादेव पुलिस ने युवक की पत्नी, सास-ससुर समेत आठ व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। इधर, युवक को बचाने में झुलसे उसके सास-ससुर का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
डोडवा जमौली गांव निवासी निजी फर्मकर्मी संजय श्रीवास्तव की शादी 13 वर्ष पूर्व शास्त्रीनगर छोटा सेंट्रल पार्क निवासी विजय श्रीवास्तव की बेटी शिप्रा से हुई थी, लेकिन करीब पांच वर्ष से दंपती का विवाद चल रहा है। बीते शुक्रवार को संजय, पत्नी को बुलाने के लिए ससुराल गए थे। जहां विवाद होने पर उन्होंने ससुराल के बाथरूम में खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली थी। उन्हें बचाने में ससुर विजय श्रीवास्तव व सास ममता भी झुलस गई थीं। आसपास के लोगों व पुलिस ने संजय व उनके सास-ससुर को एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां रविवार को उपचार के दौरान संजय की मौत हो गई।
सोमवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद स्वजन संजय का शव लेकर बिल्हौर थानाक्षेत्र में उत्तरी पहुंचे और ससुरालीजन पर मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए जीटी रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया। जानकारी पर इंस्पेक्टर अनूप कुमार निगम व उत्तरी चौकी प्रभारी योगेंद्र सोलंकी फोर्स संग पहुंचे और स्वजन से वार्ता की, लेकिन वह मुकदमा दर्ज होने के बाद ही शव ले जाने की बात कहने लगे। इस पर इंस्पेक्टर ने काकादेव पुलिस से बात की और मुकदमा दर्ज होने का आश्वासन मिलने के बाद मृतक के स्वजन रास्ते से हटे। इस दौरान 40 मिनट तक आवागमन अवरूद्ध रहने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गईं। इंस्पेक्टर ने बताया कि मृतक के भाई अशोक की तहरीर पर आठ व्यक्तियों के खिलाफ पहले से दर्ज हत्या के प्रयास के मुकदमे को हत्या की धारा में तरमीम किया गया है।
झुलसे सास-ससुर भी मुकदमे में नामजद: मृतक फर्मकर्मी के भाई अशोक ने घटना के तुरंत बाद ही काकादेव थाने में हत्या के प्रयास की तहरीर दी थी। इसमें संजय की पत्नी शिप्रा, सास ममता, ससुर विजय कुमार श्रीवास्तव, साले हिमांशु व गगन, साढ़ू अजय, साली रूबी, शिप्रा के मामा डा. शैलेंद्र श्रीवास्तव को नामजद कराया था। इसी मुकदमे को सोमवार शाम हत्या की धारा में तरमीम किया गया। मृतक के भतीजे हर्षित ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद चाचा के शव का खेरेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया है।