भगवान फिर से मुझे इसी घर में जन्म देना.., घरवालों से थी इतनी मोहब्बत फिर क्यों युवती ने चुनी मौत
मझावन गांव में युवती की खुदकशी के बाद परिवार में कोहराम मच गया पुलिस की छानबीन में सुसाइड नोट मिलने के बाद कई बातें अस्पष्ट हैं।
कानपुर, जेएनएन। भगवान फिर से मुझे इसी घर में जन्म देना..., यह इबारत लिखने के बाद एक युवती ने फांसी लगाकर मौत चुन ली। घटना की जानकारी पर लोगों में चर्चा रही कि घर वालों से इतनी मोहब्बत करने वाली युवती ने आखिर मौत का रास्ता क्यों अख्तियार किया। युवती ने अपनी सुसाइड नोट में खुद के गलत न होने की भी बात लिखी, जिसे लेकर तरह तरह की बातें भी शुरू हो गई हैं। वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बिधनू के मझावन गांव निवासी राजेन्द्र द्विवेदी एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड हैं। उन्होंने अपनी 24 वर्षीय बेटी अंकिता की शादी तय कर दी थी। शादी तय हो जाने के बाद से अंकिता काफी परेशान रहने लगी थी और संतुष्ट नहीं थी लेकिन घरवालों से कुछ कह भी नहीं पा रही थी। बुधवार शाम पिता ड्यूटी पर गए थे और मां ममता बिठूर ईश्वरीगंज रिश्तेदार के घर गई थीं। देर रात अंकिता ने कुर्सी पर चढ़कर आंगन में पड़े जाल पर दुपट्टे से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह जागा भाई अंकुर बहन का शव फंदे से लटका देखकर चीख पुकार मचाते हुए भागा और घर के बाहर सो रहे बाबा काली प्रसाद और दादी उर्मिला को जानकारी दी।
घटना की जानकारी होते ही पुलिस पहुंच गई और छानबीन में सुसाइड नोट बरामद किया। सुसाइड नोट में उसने लिखा कि वह गलत नहीं है और अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही है किसी का कोई दोष नहीं है। अंत में उसने लिखा था कि भगवान फिर से मुझे इसी घर में जन्म देना, मैं गलत नहीं हूँ और न ही मेरी मौत के पीछे किसी का कोई दोष है। युवती आत्महत्या के बाद लोगों में चर्चा भी होती रही। थाना प्रभारी पुष्पराज सिंह ने बताया कि शादी तय होने से युवती संतुष्ट नहीं थी, मामले की जांच की जा रही है।