Yashasvi Pradhan Kanpur : महापौर की नसीहत- अपने गांव को आदर्श बनाएं प्रधान तो खुलेगा देश की तरक्की का रास्ता
लाजपत नगर स्थित गेस्ट हाउस में अल्ट्राटेक सीमेंट और दैनिक जागरण द्वारा आयोजित यशस्वी प्रधान सम्मान समारोह में महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि पढ़े-लिखे प्रधानों की विकासवादी सोच से गांव बनेंगे शहर इसके लिए माडल पेश करें।
कानपुर, जागरण संवाददाता। ग्राम प्रधान गांवों को आदर्श बनाएं। विकास की नई कहानी लिखें। गांवों के विकास से ही देश की तरक्की का रास्ता खुलेगा। पढ़े-लिखे प्रधान चुने जाने से तेजी से बदलाव आ रहा। गांव को ही शहर जैसा बना लें तो पलायन रुकेगा। जनता के सुख-दुख में साथ खड़े हों। उनसे कभी झूठ नहीं बोलें। यह नसीहत कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय ने यशस्वी प्रधान कार्यक्रम के प्रथम सत्र में ग्राम प्रधानों को दी। महापौर ने अल्ट्राटेक सीमेंट और दैनिक जागरण द्वारा लाजपत नगर स्थित गेस्ट हाउस में आयोजित यशस्वी प्रधान सम्मान समारोह का दीप जलाकर शुभारंभ किया।
मंच संचलान कर रहे दैनिक जागरण कानपुर के संपादकीय प्रभारी जितेन्द्र शुक्ल ने महापौर के प्रत्येक रविवार को अलग-अलग मोहल्लों में जागरण आपके द्वार कार्यक्रम में जाने की सराहना करते हुए चर्चा की शुरुआत की। इसके बाद महापौर ने कहा, वह 10 साल पार्षद रहीं। अब महापौर हैं। आज जो प्रधान हैं, वही कल सांसद-विधायक बनेंगे। जनता तकनीक जानती है। इसलिए जनप्रतिनिधि को भी टेक्निकल बनना पड़ेगा। अब हर व्यक्ति मत देने से पहले जनप्रतिनिधि की जानकारी कर लेता है। प्रदेश के 58 हजार ग्राम प्रधान इन यशस्वी प्रधानों से सबक लेकर बेहतर काम करने को प्रेरित होंगे।
मुख्य विकास अधिकारी डा. महेंद्र कुमार ने कहा, चार साल से ग्रामीण विकास के कार्यक्रमों से जुड़ा हूं। चित्रकूट में ढाई साल में आपरेशन कायाकल्प में बनकट ग्राम प्रधान के साथ मिलकर विद्यालय समेत अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त कराईं। पेयजल से लेकर बेसिक सुविधाएं सुधरीं। सर्वश्रेष्ठ विद्यालय को देश व प्रदेश की सरकारों से आए प्रतिनिधियों ने देखा और सराहा। अब गांवों में बदलाव की लहर है। प्रधान के नेतृत्व से ही बदलाव संभव है। कानपुर में भी विद्यालयों में 100 पोषण वाटिका में पालक, मेथी, गोभी उगाने की पहल की। अब 250 में बनाई जा रही हैं। विद्यार्थी इससे सब्जियों के नाम जानते व समझते हैं। साथ ही प्रकृति के साथ जुड़ते हैं। कानपुर में सभी प्रधान माडल ग्राम पंचायतें बनाएं। यहां सम्मान पाकर जाएंगे तो आसपास के प्रधान प्रेरित होंगे। ग्राम पंचायतें विकसित होने से बेहतरी आएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच है कि छोटे-छोटे काम ग्राम सचिवालय से ही हों, लोगों को दौड़ नहीं लगानी पड़े। सभी सचिवालय वाई-फाई से जल्द लैस होंगे।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नैपाल सिंह ने कहा, गांवों में योजनाओं की देखरेख की जिम्मेदारी मुखिया की है। गांव स्तर पर काम करें। दिक्कतें बताएंगे तो हम हल निकालेंगे। सरकार स्मार्ट गांव के विजन पर काम कर रही। स्वास्थ्य विभाग जन कल्याण की योजनाएं चला रहा है। आयुष्मान कार्ड धारकों को लाभ मिल रहा। मुनादी करवाकर कैंप लगवाइए। कोरोना से हमने जंग जीती है। 12 साल से ऊपर वालों का टीकाकरण करवाने में सहयोग करें। गांवों के अस्पताल के बाहर समस्या पर आवाज उठाएं। समाधान की कोशिश प्रधान व चिकित्साधिकारी मिलकर करें। प्रधान के नेतृत्व में काम होगा। उनके हिसाब से कर्मी चलेंगे। सफाई, पेयजल, बच्चों के टीकाकरण, गर्भवती को मिलने वो लाभ दिए जा रहे हैं। धन्यवाद ज्ञापन दैनिक जागरण कानपुर के यूनिट हेड अवधेश शर्मा ने किया। इससे पहले अल्ट्राटेक सीमेंट के क्षेत्रीय अधिकारी आशीष निगम ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।