कानपुर के हृदय रोग संस्थान में एक्स-रे फिल्म हुई खत्म, मरीजों को कागज पर दिया जा रहा प्रिंट
हृदय रोग संस्थान की कार्डियोलाजी विभाग और कार्डियक थोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग की ओपीडी में विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों को देखने के बाद जब एक्स-रे जांच के लिए भेजते हैं। वहां जांच करने के बाद एक्स-रे टेक्नीशियन एक्स-रे फिल्म देने से हाथ खड़े कर देते हैं।
कानपुर, जेएनएन। लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलाजी) में हृदय रोगियों को एक्स-रे जांच कराने पर एक्स-रे फिल्म नहीं दी जा रही है। उन्हें सादे कागज पर प्रिंट करके एक्स-रे दिया जा रहा है। से एक्स-रे स्पष्ट नहीं होने से मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है। इस समस्या से हृदय रोग संस्थान के चिकित्सक कई बार निदेशक को अवगत करा चुके हैं, उसके बावजूद एक्स-रे फिल्म नहीं मंगाई जा रही है।
हृदय रोग संस्थान की कार्डियोलाजी विभाग और कार्डियक थोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग की ओपीडी में विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों को देखने के बाद जब एक्स-रे जांच के लिए भेजते हैं। वहां जांच करने के बाद एक्स-रे टेक्नीशियन एक्स-रे फिल्म देने से हाथ खड़े कर देते हैं। जांच करने के बाद मरीजों को कागज पर एक्स-रे का प्रिंट आउट पकड़ा देते हैं। उसमें फेफड़े की स्पष्ट तस्वीर नहीं होती है। ऐसे में डाक्टरों को भी समझ में नहीं आता है। बहुत जरूरी होने पर मरीजों को जांच के लिए एल एल आर अस्पताल परिसर स्थित रेडियोडायग्नोस्टिक विभाग भेजना पड़ता है। वहीं, हृदय रोग संस्थान के डाक्टरों ने संस्थान के निदेशक को समस्या से अवगत करा चुके हैं।
इनका ये है कहना:
संस्थान में एक्स-रे फिल्म खत्म हो गई हैं। इसकी जानकारी हुई है। आर्डर दिया गया है, अभी तक आपूर्ति नहीं हुई है। फिलहाल पेपर पर प्रिंट दिया जा रहा है। - प्रो.विनय कृष्ण, निदेशक, लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान