World AIDS Day: कानपुर शहर में एचआइवी संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा, दूसरे पायदान पर उन्नाव
जब पहले चरण की दवाएं असरहीन हो जाती हैं तो दूसरे चरण का इलाज चलाया जाता है। इस सेंटर से कानपुर नगर उन्नाव फतेहपुर कानपुर देहात एवं हमीरपुर जिले से एचआइवी संक्रमित इलाज एवं जांच के लिए आते हैं। सामान्य दिनों में यहां की ओपीडी 150-160 होती थी।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना काल में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के संक्रामक रोग अस्पताल (आइडीएच) स्थित एआरटी प्लस सेंटर की ओपीडी में मरीजों की संख्या घट गई। फिर भी 325 एचआइवी संक्रमित सामने आए हैं। इसमें सबसे अधिक संक्रमित शहर के हैं और सबसे कम हमीरपुर जिले के हैं। इस सेंटर में जांच एवं इलाज के लिए नगर जिले समेत आसपास के पांच जिलों से मरीज भेजे जाते हैं।
जनवरी से नवंबर तक निकले 325 संक्रमित
कानपुर में संक्रामक रोग अस्पताल स्थित एआरटी प्लस सेंटर है, जहां एचआइवी संक्रमितों के पहले और दूसरे चरण के इलाज की सुविधा है। जब पहले चरण की दवाएं असरहीन हो जाती हैं तो दूसरे चरण का इलाज चलाया जाता है। इस सेंटर से कानपुर नगर, उन्नाव, फतेहपुर, कानपुर देहात एवं हमीरपुर जिले से एचआइवी संक्रमित इलाज एवं जांच के लिए आते हैं। सामान्य दिनों में यहां की ओपीडी 150-160 होती थी। कोरोना काल में घटकर 80-90 हो गई है। उसके बाद भी जनवरी से लेकर नवंबर तक 325 एचआइवी संक्रमित पाए गए हैं।
नए पंजीकरण भी घटे
सेंटर में सामान्य दिनों में 70 नए एचआइवी संक्रमित का पंजीकरण महीने में होता था। कोरोना काल में 45 नए एचआइवी संक्रमित का पंजीकरण हो रहा है। इस हिसाब से नए पंजीकरण भी घट गए हैं।
कोरोना काल में जांच में 325 एचआइवी संक्रमित सामने आए हैं। उसमें से कानपुर में सर्वाधिक केस मिले हैं। जागरूकता का असर है कि अब संक्रमित स्वयं ही जांच कराने के लिए आने लगे हैं। - प्रो. रिचा गिरि, प्राचार्य एवं मेडिसिन विभागाध्यक्ष, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज।
यह स्थिति
जिला | एचआइवी संक्रमित |
कानपुर नगर | 113 |
उन्नाव | 56 |
फतेहपुर | 46 |
कानपुर देहात | 24 |
हमीरपुर | 14 |