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एक्सप्रेस वे पर फूड प्लाजा में करंट से कर्मचारी की मौत, ग्रामीणों ने मैनेजर को पीटा, तोडफ़ोड़ के बाद जाम करने का प्रयास

चौबिया क्षेत्र के ग्राम नगला दलजीत निवासी 24 वर्षीय सुधीर कुमार होटल में प्लबरिंग का काम करता था मगर सोमवार को मैनेजर सुशील कुमार ने उसे बिजली के काम में लगा दिया। सुबह वह आरओ को ठीक कर रहा था तभी उसे करंट लग गया और उसकी मौत हो गई।

By Akash DwivediEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 09:42 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 09:42 PM (IST)
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हंगामे के बाद मौके पर पहुंचे दाएं से दूसरे एसडीएम एनराम व सीओ विजय प्रताप

इटावा, जेएनएन। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर लखनऊ से आगरा जाने लेन पर मोहब्बतपुर गांव के पास सोमवार सुबह फूड किंग प्लाजा में कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई। कर्मचारी के स्वजन व गांव के लोगों ने होटल परिसर में जमकर हंगामा किया। होटल के मैनेजर की पिटाई के साथ ही तोडफ़ोड़ की। ग्रामीणों ने एक्सप्रेस-वे पर जाम लगाने का भी प्रयास किया, लेकिन समय रहते पुलिस के पहुंचने से वे सफल नहीं हो सके। घटना के कारण फूड प्लाजा के कर्मचारी भाग खड़े हुए।

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चौबिया क्षेत्र के ग्राम नगला दलजीत निवासी 24 वर्षीय सुधीर कुमार होटल में प्लबरिंग का काम करता था, मगर सोमवार को मैनेजर सुशील कुमार ने उसे बिजली के काम में लगा दिया। सुबह वह आरओ को ठीक कर रहा था, तभी उसे करंट लग गया और उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना पर गांव से स्वजन व अन्य लोग पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। मैनेजर को जमकर पीटा और होटल में तोडफ़ोड़ भी की। ग्रामीणों ने दोपहर तक शव नहीं उठने दिया। 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग करते रहे। इस दौरान एक्सप्रेस-वे को जाम करने की भी कोशिश, मगर पुलिस ने ऐसा करने से रोक दिया। एसडीएम एन. राम ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है। आधा दर्जन थानों का पुलिस बल तैनात किया गया है। उपजिलाधिकारी एन राम, सीओ राजीव प्रताप सिंह, थाना प्रभारी हामिद सिद्दीकी ने भी लोगों को समझा कर शांत कराया।

उत्पीडऩ कर रहा था फूड प्लाजा मैनेजर : सुधीर कुमार के भाई संजीव ने बताया कि वह भी तीन वर्ष से फूड किंग प्लाजा में नौकरी कर रहा है। सुधीर प्लबरिंग का काम किया करता था जबकि वह गार्ड की नौकरी करता है। प्लाजा मालिक विजय लोहिया और मैनेजर सुशील भारद्वाज हम दोनों भाइयों ने नाराज रहा करते थे। जो काम हमारा नहीं था, वो भी हमसे कराया जाता था। सोमवार सुबह मैनेजर ने सुशील ने सुधीर को होटल की छत पर आरओ ठीक करने भेज दिया, जहां उसके साथ हादसा हो गया। घटना के बाद प्लाजा मैनेजर भाग गया। सुधीर की शादी एक वर्ष पूर्व हुई थी। उसके अभी कोई संतान भी नहीं थी।

पांच लाख का मुआवजा दिया गया : सात घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद दोपहर तीन बजे उपजिलाधिकारी के समझाने के बाद विरोध प्रदर्शन ग्रामीणों ने समाप्त कर दिया। एसडीएम ने फूड प्लाजा कंपनी के मालिक की ओर से दिया गया पांच लाख रुपये का चेक सुधीर कुमार की पत्नी पूजा को सौंपा।


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