# Good News: बस-टैक्सी चलाना सीखेंगी महिलाएं, कौशल विकास मिशन तैयार करेगा चालक
कानपुर में कौशल विकास मिशन के तहत महिलाओं को रोडवेज ट्रेनिंग सेंटर में हल्के और भारी वाहन चलाने का निश्शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। बस-टैक्सी चलाकर महिलाएं भी रोजगार पा सकेंगी। प्रशिक्षण के लिए जिलों से महिलाओं की सूची मांगी गई है।
कानपुर, जेएनएन। महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। देश की सीमा पर फौजी के रूप में तैनाती की बात हो या हवाई जहाज अथवा फाइटर प्लेन उड़ाने की। अंतरिक्ष तक में भी महिलाएं पताका फहरा चुकी हैं। भविष्य में अचरज नहीं कीजिएगा, जब बस या टैक्सी में भी महिलाओं को ड्राइविंग सीट पर देखें। प्रदेश में जल्द यह तस्वीर दिखाई भी देगी। कौशल विकास मिशन ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।
विकास नगर स्थित रोडवेज ट्रेनिंग सेंटर में महिलाओं को हल्के और भारी वाहन चलाने की निश्शुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि आगे चलकर वे रोजगार पा सकें। यह व्यवस्था नए साल से शुरू होगी। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन ने सभी जिलों से प्रशिक्षु महिलाओं की सूची मांगी है। मिशन की जिला इकाइयों ने पंजीयन भी शुरू कर दिया है। प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जो भविष्य में पिंक बस, टैक्सी, अन्य वाहनों के चालकों की भर्ती के लिए मान्य होगा। यह प्रशिक्षण घंटों के हिसाब से रहेगा।
रोडवेज के ट्रेनिंग सेंटर में अत्याधुनिक मैनुअल व आटोमेटिक मशीनें लगी हैं, जहां आसानी से ड्राइविंग सिखाई जाएगी। बस, ऑटो और टैक्सी में युवतियों से अक्सर ही छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। सरकार इसको रोकने के लिए ङ्क्षपक बस और सखी बस चला रही है। इसमें पुरुष चालक रहते हैं जबकि कंडक्टर के रूप में महिलाएं रहती हैं। अब बसों में चालक के लिए महिलाओं व युवतियों की तलाश की जा रही।
इसके लिए कौशल विकास मिशन का सहारा लिया गया है। इस व्यवस्था से महिलाओं को रोजगार मिलेगा। मिशन के एमआइएस मैनेजर मुकेश श्रीवास्तव ने इस बारे में बताया कि प्रशिक्षण के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास होना चाहिए। अभ्यर्थी का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।