फर्रुखाबाद स्थित नर्सिंग होम में महिला की मौत, उग्र लोगों ने हंगामे के बाद की तोड़फोड़
शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव चांदपुर निवासी 45 वर्षीय राजेश्वरी कोरी पत्नी संतराम कोरी के पित्त की थैली में पथरी थी। स्वजन ने 08 दिसंबर को आपरेशन के लिए राजेश्वरी को मसेनी चौराहे के निकट महादेव नर्सिंग होम में भर्ती कराया था।
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता। नर्सिंग होम से इलाज के बाद छुट्टी कराकर घर ले जाई गई महिला की मंगलवार सुबह मौत हो गई। स्वजन महिला का शव नर्सिंग होम ले आए और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। नर्सिंग होम कर्मियों ने विरोध किया तो भीड़ ने अस्पताल में तोडफ़ोड़ कर दी और मसेनी और लकूला मार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस अफसरोंं ने जब कार्रवाई का भरोसा दिया तो स्वजन शांत हुए।
शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव चांदपुर निवासी 45 वर्षीय राजेश्वरी कोरी पत्नी संतराम कोरी के पित्त की थैली में पथरी थी। स्वजन ने 08 दिसंबर को आपरेशन के लिए राजेश्वरी को मसेनी चौराहे के निकट महादेव नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। 15 दिसंबर को राजेश्वरी को डिस्चार्ज कर दिया गया। मंगलवार सुबह राजेश्वरी की हालत बिगड़ गई और कुछ देर में राजेश्वरी की मौत हो गई। स्वजन राजेश्वरी का शव लेकर नर्सिंग होम पहुंचे और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। आरोप है कि मृतका के पुत्र रवि कोरी से नर्सिंग होम के कर्मचारियों ने मारपीट कर दी। इससे गुस्साई भीड़ ने नर्सिंग होम में तोडफ़ोड़ कर दी और नर्सिंग होम के बाहर जाम लगा दिया। कोतवाली प्रभारी विनोद शुक्ला, फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी जयप्रकाश पाल पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा देकर जाम खुलवा दिया। स्वजन ने बताया कि उनके द्वारा तोडफ़ोड़ नहीं की गई। स्टाफ ने खुद तोडफ़ोड़ की है। उन्होंने बताया कि नर्सिंग होम में उनसे 50 हजार रुपये जमा कराए गए। महिला की हालत ठीक नहीं थी, इसके बावजूद जबरदस्ती अस्पताल से निकाल दिया। राजेश्वरी देवी के बच्चों में नितेश, रवि, निखिल, विजय कोरी हैं। नर्सिंग होम के प्रबंधक पंकज कुमार ने बताया कि इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई। लगाए गए आरोप गलत हैं। नर्सिंग होम से महिला की 15 दिसंबर को छुट्टी हो गई थी। घर पर महिला की हालत बिगड़ी तो स्वजन अन्य अस्पताल ले गए। जब महिला की मौत हो गई तो शव नर्सिंग होम ले आए। तोडफ़ोड़ करने पर उनका एक कर्मचारी घायल हो गया। शहर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
पेट में पड़ गया था मवाद: डा. रूपेश शर्मा ने राजेश्वरी का पोस्टमार्टम किया। पेट में संक्रमण होने से मवाद पड़ गया था। इससे महिला की मौत हो गई। विशेषज्ञों के मुताबिक आपरेशन के बाद उपचार में कमी रह जाने से संक्रमण फैलता हैै, जिससे मरीज की जान चली जाती है।