बांदा में शादी के कुछ माह पहले युवती ने दुपट्टे से लगाई फांसी, शास्त्रीय संगीत का कर रही थी डिप्लोमा
स्वजन ने बताया कि वह एक वर्ष पहले इंटर की पढ़ाई पूरी कर चुकी थी। इस बार व आइटीआइ करना चाहती थी। शहर के एक म्यूजिक केंद्र से शास्त्रीसंगीत का डिप्लोमा कर रही थी। अपने पढ़ाई व खुद के खर्चे के लिए वह घर में कपडों में सिलाई करती थी।
बांदा, जेएनएन। शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मवई बुजुर्ग पट्टनपुरवा निवासी राजकरन की 19 वर्षीय पुत्री नीलम ने बुधवार रात कमरे के अंदर खुदकुशी कर ली। सुबह जब वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकली तो मां विद्या उसे जगाने गई। आवाज देने पर जब अंदर से बेटी ने कोई जवाब नहीं दिया तो मां ने किसी तरह हाथ डालकर कुंडी खोली। उसका शव छप्पर की धन्नी से फंदे में लटका मिला। इससे मां गश खाकर गिर गईं। शोर सुनकर 12 वर्षीय छोटा भाई कुलदीप पहुंचा। उसने बगल में रह रहे चाचा दासू प्रजापति व अन्य लोगों को मामले की जानकारी दी। स्वजन की सूचना पर पुलिस ने घटनास्थल देखा। स्वजन ने बताया कि वह एक वर्ष पहले इंटर की पढ़ाई पूरी कर चुकी थी। इस बार व आइटीआइ करना चाहती थी। शहर के एक म्यूजिक केंद्र से शास्त्रीसंगीत का डिप्लोमा कर रही थी। अपने पढ़ाई व खुद के खर्चे के लिए वह घर में कपडों में सिलाई करती थी। रात में खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चली गई थी। बाद में वहां उसने यह कदम उठाया है। पिता लखीमपुर खीरी के कृषि विभाग में माली हैं। भाई संदीप भी पिता के पास गया था। घटना की उन्हें मोबाइल पर सूचना दी गई है। वह चार बहनों में छोटी थी, मई माह में उसकी बरीछा व गोद भराई हुई थी। पिता की इच्छा थी कि इसी सर्दियों में उसके हाथ पीले कर देंगे। लेकिन घटना से उनके आरमानों में पानी फिर गया है। घटना से स्वजन बेहाल हैं। कोतवाली निरीक्षक भास्कर मिश्रा ने बताया कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। लेकिन मामला खुदकुशी करने का ही सामने आया है।