हैलट में इलाज न मिलने से महिला ने तड़पकर दम तोड़ा
पैसे न होने से मजदूर पति नहीं करा सका सीटी स्कैन जांच
जागरण संवाददाता, कानपुर : हैलट अस्पताल में पैसे न होने पर गरीब महिला ने इलाज के अभाव में तड़प तड़पकर दम तोड़ दिया। स्वजन का आरोप है कि परिसर में पेड़ के नीचे वह रात भर तड़पती रही। वे इलाज के लिए डॉक्टरों से गुहार लगाते रहे, लेकिन सुनने के बजाय उनको डांट कर भगा दिया।
चकरपुर मंडी में मजदूरी करने वाले सुबोई महतो ने बताया कि पत्नी राधिका की तबीयत दो दिन पहले खराब होने पर हैलट में दिखाया था। डॉक्टरों ने दवा लिखी थी। वह पत्नी को वापस चकरपुर मंडी स्थित घर लेकर चला गया। रविवार को दोबारा तबीयत खराब हो गई। इस पर एंबुलेंस से उर्सला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने हैलट रेफर कर दिया। हैलट इमरजेंसी के मेडिसिन विभाग में पत्नी को दिखाया। जूनियर डॉक्टरों ने सीटी स्कैन के लिए लिखकर कहा, इसके बाद ही आगे का इलाज होगा। सुबोई ने बताया कि पास में मात्र सौ रुपये थे, इसलिए जांच नहीं हो सकी। डॉक्टर को समस्या बताया इलाज के लिए गिड़गिड़ाए भी, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। एंबुलेंस वाले भी अस्पताल परिसर में पेड़ के नीचे छोड़ गए। रात में तबीयत और खराब हो गई। पति व बेटी के सामने रात भर राधिका तड़पती रही और फिर दम तोड़ दिया। सुबह जानकारी होने पर ईएमओ डॉ. विनय कुमार वहां पहुंचे। उन्होंने प्रमुख अधीक्षक को अवगत करा शव को घर भिजवाया।