Move to Jagran APP

आगरा से वाइल्ड लाइफ सेव अवर सोल टीम पहुंची कानपुर, जाल बिछाकर तेंदुआ को पकडऩे की तैयारी

आगरा से वाइल्ड लाइफ सेव अवर सोल टीम के अन्य सदस्य वीएसएसडी डिग्री कालेज पहुंचे तेंदुआ को पकडऩे के लिए वन विभाग अफसरों की छह अलग-अलग टीमें लगा दी गई हैं। जंगल क्षेत्र में कई स्थानों पर बिछाए गए जाल व परिसर के चारों दिशाओं में ङ्क्षपजरे लगाए हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 07:54 AM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 07:54 AM (IST)
आगरा से वाइल्ड लाइफ सेव अवर सोल टीम पहुंची कानपुर, जाल बिछाकर तेंदुआ को पकडऩे की तैयारी
रात को तेंदुआ की किसी तरह की कोई चहलकदमी नहीं दिखी।

 कानपुर, जागरण संवाददाता : पिछले लगभग नौ दिनों से वन विभाग अफसरों के लिए जो तेंदुआ सिरदर्द बन चुका है, उसे पकडऩे के लिए अब रविवार को वीएसएसडी कालेज परिसर के घने जंगल क्षेत्र में जाल बिछाए गए। वहीं, परिसर के चारों ओर पिंजड़े भी लगा दिए गए। आगरा से वाइल्डलाइफ सेव अवर सोल टीम के पांच अन्य सदस्य भी रविवार को कालेज पहुंच गए और उन्होंने वन विभाग के अफसरों संग तेंदुआ की तलाश शुरू कर दी।

loksabha election banner

डीएफओ अरविंद यादव ने बताया कि जो टीम के पांच नए सदस्य रविवार को आए, वह अपने साथ दो वाहन, ट्रैंकुलाइज गन, ट्रैकिंग ट्रैप समेत अन्य आधुनिक सुविधाओं वाले उपकरण लेकर आए हैं। पूरी उम्मीद है, कि अब तेंदुआ को ट्रैंकुलाइज कर लेंगे। उन्होंने यह भी बताया, कि शनिवार रात को तेंदुआ की किसी तरह की कोई चहलकदमी नहीं दिखी। न ही कैमरा ट्रैप के फुटेज में तेंदुआ सामने आया। बोले, तेंदुआ को पकडऩे के लिए वन विभाग अफसरों की छह अलग-अलग टीमें लगा दी गई हैं।

पं.दीनदयाल स्कूल की छत से अफसर करते रहे निगरानी

रविवार को वीएसएसडी कालेज से सटे पं.दीनदयाल उपाध्याय स्कूल के परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन था। कार्यक्रम में अचानक से तेंदुआ न पहुंच जाए, इसके लिए वन विभाग के अफसरों को पूरे भवन के चारों ओर सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किया गया था। जितनी देर कार्यक्रम संचालित रहा, उतनी देर तमाम अफसर स्कूल की छत से भी तेंदुआ की निगरानी करते रहे। वहीं, कार्यक्रम के दौरान सभी की जुबां पर तेंदुआ की चर्चा जरूर रही।

कई दिनों से नहीं किया शिकार

जू के चिकित्सकों का कहना है, कि तेंदुआ ने पिछले तीन दिनों से वीएसएसडी डिग्री कालेज से लेकर गंगा बैराज तक कोई चहलकदमी नहीं की और न ही कोई शिकार किया है। परिसर में काम करने वाले कर्मचारी दिलीप ने शनिवार को अफसरों को बताया था, कि परिसर में रहने वाले 10 से 12 कुत्ते कई दिनों से नहीं दिख रहे हैं। इस बात पर चिकित्सकों ने संभावना जताई, कि तेंदुआ ने उनका शिकार किया होगा। ऐसे में फिर उम्मीद जताई कि वह सोमवार को शिकार के लिए सामने आ सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.