फतेहपुर हत्याकांड: करवाचौथ पर प्रेमी के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, शराब पिलाने के बाद दिया था घटना को अंजाम
कन्नौज जिले के भोजपुर थाना विशुनगढ़ निवासी 30 वर्षीय सिंकू निषाद का शव उसके ससुराल अकबरखेड़ा थाना औंग स्थित कुएं से रविवार को बरामद हुआ था। दिवंगत के भाई दिलीप कुमार ने भाई की पत्नी उमा व उसके गांव के ही प्रेमी राज कुमार पासवान को नामजद कराया था।
फतेहपुर, जागरण संवाददाता। शादीशुदा राजकुमार से महिला का पिछले दो साल से प्रेम प्रंसग चल रहा था। आए दिन पति के शराब पीकर पिटाई करने से वह परेशान हो चुकी थी। करवा चौथ पर पति के गाजियाबाद से आने के बाद ही हत्या की साजिश रची जाने लगी। इसलिए नौ नवंबर की रात घर पर प्रेमी को बुलाया। इसके बाद पति को शराब पिलाकर हाथ-पैर बांध दिए। महिला के अनुसार पति के सिर पर डंडे से कई प्रहार किए और प्रेमी ने कुल्हाड़ी से उसका पेट फाड़कर हत्या कर शव भूसे से भरी कोठरी में छिपा दिया था। दूसरे दिन कुएं में फेंका। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और डंडे को बरामद कर दोनों हत्यारोपितों को जेल भेज दिया।
कन्नौज जिले के भोजपुर थाना विशुनगढ़ निवासी 30 वर्षीय सिंकू निषाद का शव उसके ससुराल अकबरखेड़ा थाना औंग स्थित कुएं से रविवार को बरामद हुआ था। दिवंगत के भाई दिलीप कुमार ने भाई की पत्नी उमा व उसके गांव के ही प्रेमी राज कुमार पासवान को नामजद कराया। रविवार की देर रात फोरेंसिक टीम ने गांव जाकर घर से घटना के साक्ष्य जुटाए हैं। फोरेंसिक टीम को घर के अंदर दीवारों पर खून की छीटें मिली हैं।
तो खुद ही पति का शव कुएं में फेंका: दिवंगत की पत्नी उमा ने पुलिस के समक्ष बताया कि हत्या के बाद प्रेमी घर चला गया। दूसरे रात को वह खुद पति के शव को अकेले उठाकर कुएं में फेंका था। इसके बाद कुएं में पुआल का ढेर डालकर आग लगाने की कोशिश की ताकि दिवंगत की शिनाख्त न हो सके लेकिन ग्रामीणों की चहल कदमी से पयार में आग नहीं लगा सकी थी।
गाजियाबाद से आया था घर: दिवंगत के भाई दिलीप निषाद ने बताया कि उसका भाई सिंकू गाजियाबाद जिले के लोहा मंडी में काम करता था। करवा चौथ पर्व पर वह पत्नी व बच्चों से मिलने आया था। उसे क्या पता था कि घर पर पत्नी उसके हत्या की साजिश रचे बैठी है।
तीनों मासूम बेटियां मां संग गईं जेल: हत्यारोपित उमा निषाद व राजकुमार पासवान के साथ दिवंगत की तीनों मासूम बेटियों आठ वर्षीय नेहा, पांच वर्षीय शिवानी व तीन वर्षीय चाहर को औंग पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। एसओ शेर सिंह राजपूत ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर तीनों बेटियों को उसकी मां के साथ जेल भेज दिया गया। तीनों मासूम अब अपनी मां के साथ जेल में ही रहेंगी।