सेंट्रल स्टेशन की सूरत से कब हटेंगे 'धब्बे'
पिछले कुछ समय से रेलवे में घोषणाओं की रेल चल रही है। सेंट्रल स्टेशन की सूरत बदलने की घोषणाएं तो हुई लेकिन धब्बे नहीं मिट पाए।
जागरण संवाददाता, कानपुर: पिछले कुछ समय से रेलवे में घोषणाओं की रेल चल रही है। सेंट्रल स्टेशन की सूरत बदलने के लिए एक के बाद एक कई घोषणाएं की गर्ई लेकिन अधिकांश अभी हवा में हैं। शुक्रवार को दैनिक जागरण की टीम ने इन घोषणाओं की पड़ताल की तो सच्चाई सामने आ गई।
नहीं हटा कूड़ाघर
कैंट साइड गार्ड रनिंग रूम के सामने स्थित कूड़ाघर को पंप हाउस के आगे शिफ्ट होना था। इसके लिए 15 मार्च की तिथि तय थी लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। गंदगी का साम्राज्य पहले जैसा है।
आधुनिक शौचालय
सिटी साइड में लाखों रुपये खर्च करके आधुनिक शौचालय बनवाया गया। डेढ़ महीने पहले उद्घाटन भी हो गया लेकिन लंबे समय बाद भी आम लोगों के लिए इसे नहीं खोला गया है। टेंडर प्रक्रिया के चलते ये लटका पड़ा है।
लिफ्ट का काम बंद
सभी प्लेटफार्मो पर लिफ्ट लगनी हैं। महीनों पहले जोरशोर से काम शुरू हुआ लेकिन छह महीने से काम बंद पड़ा है। विद्युत व सिविल विभागों के बीच सामंजस्य न होने की वजह से काम पूरा नहीं हो पा रहा है।
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जो भी योजनाएं अधूरी पड़ी हैं, उन्हें पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। डीआरएम को भी जानकारी दी गई है। जो लापरवाही करेगा, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी
डॉ. जितेंद्र कुमार, स्टेशन डायरेक्टर
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जल निकासी व्यवस्था ठीक नहीं
स्टेशन डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार ने शुक्रवार को स्टेशन परिसर का जायजा लिया। उन्होंने पाया कि ट्रैक की जल निकासी व्यवस्था ठीक नहीं है। सिटी साइड टिकट वितरण केंद्र में अनियोजित खोदाई के पीछे इंजीनिय¨रग विभाग की लापरवाही सामने आई।