Weekend Lockdown In UP: तस्वीरों में देखें कानपुर में बंदी का हाल, सैनिटाइजेशन के साथ कहीं-कहीं दिखा नियम का उल्लंघन
Weekend Lockdown In UP पिछले सप्ताह शनिवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह तक के लिए कर्फ्यू लगाया गया था। इसके बाद बिरहाना रोड सराफा नयागंज सराफा चौक सराफा की दुकानें बंद करने की तो घोषणा हुई ही नयागंज किराना बाजार ने भी बंदी की घोषणा कर दी।
कानपुर, जेएनएन। Weekend Lockdown In UP वीकेंड लॉकडाउन के पहले ही दिन थोक, फुटकर दुकानें और गुमटियां तक बंद रहीं। मोहल्ले की संकरी गलियों के अंदर तक दुकानों के शटर गिरे हुए थे। सभी कार्यालय और बैंक बंद होने की वजह से सड़कों पर भी सन्नाटा रहा। लॉकडाउन के माहौल के बीच नगर निगम के कर्मचारी कई घंटाघर, परेड और नवीन मार्केट में सैनिटाइजेशन करते हुए दिखे।
प्रदेश स्तर से शुक्रवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक के लिए साप्ताहिक बंदी की घोषणा की गई है। शनिवार सुबह से ही शहर में दुकानें नहीं खुले। सरकारी व तमाम निजी कार्यालय भी बंद रहे।
शहर के करीब एक दर्जन बाजार साप्ताहिक बंदी से पहले ही वहां के व्यापार मंडलों ने बंद कर दिए थे। इसलिए पिछले कुछ दिनों में शहर के प्रमुख चौराहों पर भीड़ कुछ कम नजर आ रही थी।
पिछले सप्ताह शनिवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह तक के लिए कर्फ्यू लगाया गया था। इसके बाद सोमवार से ही लाटूश रोड मशीनरी मार्केट, लाल इमली साइकिल मार्केट ने 25 अप्रैल तक के लिए बंदी की घोषणा कर दी थी। इसके बाद बिरहाना रोड सराफा, नयागंज सराफा, चौक सराफा की दुकानें बंद करने की तो घोषणा हुई ही, नयागंज किराना बाजार ने भी बंदी की घोषणा कर दी।
कोरोना का भय और उससे लोगों को बचाने के प्रयास में घुमनी बाजार, कानपुर कपड़ा कमेटी, नौबस्ता गल्ला मंडी, सरोजनी नगर मशीन बाजार, ट्रांसपोर्ट नगर में भी बंदी हो गई। ये सभी बाजार 25 अप्रैल रविवार तक बंद रहेंगे। इसके चलते पहले से ही तमाम बाजारों में भीड़ कम थी।
शनिवार सुबह से शहर के थोक बाजारों के अलावा नवीन मार्केट, पी रोड, गुमटी नंबर पांच, गोविंद नगर, रावतपुर, नवाबगंज, कल्याणपुर, पनकी, गोविंद नगर, किदवई नगर, बर्रा, कर्रही, नौबस्ता, लालबंगला आदि क्षेत्रों में पूरी तरह बंदी रही।
वैसे तो सड़कों पर गिने चुने लोग ही निकल रहे थे, वह भी वहीं जिन्हें इस संकट के दौर में भी कोई जरूरी कार्य था। लेकिन इसी बीच लाजपत नगर के पोस्ट ऑफिस के पास खुले एक स्टोर की तस्वीर हमारे कैमरे कैद हो गई।
जिसके बारे में लोगों से पूछा गया तो उनका जवाब था कि पिछले सप्ताह भी बंदी के दिन अधिकांश दुकाने खुली रहीं थीं। दुकानदार दुकान खोलकर सरकारी आदेश एवं श्रम विभाग के नियमों को ठेंगा दिखाते रहते हैं।