इस सहालग नहीं होंगी सिल्वर स्क्रीन जैसी शादियां, ठंडा पड़ा वेडिंग प्लानिंग का कारोबार
कानपुर शहर में पिछले दो-तीन वर्ष में वेडिंग प्लानिंग का कारोबार काफी तेजी से बढ़ा था लेकिन कोरोना संक्रमण काल में अब जोश ठंडा पड़ गया है। अब पूरी शादी की जगह कुछ फंक्शन मेें ही वेडिंग प्लानर से सहयोग लिया जा रहा है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के कारण इस सहालग में फिल्मी पर्दे जैसी शादियां कम होंगी। पिछले दो-तीन वर्ष में वेडिंग प्लानिंग का जो कारोबार कानपुर में तेजी से बढ़ा था वह इस बार कुछ ठंडा दिखाई दे रहा है। अब पूरी शादी की बजाय कुछ खास फंक्शन में ही वेडिंग प्लानर का सहयोग लिया जा रहा है।
शादी के काम वेडिंग प्लानर के हाथों में देने के बाद घर के सदस्य पूरी तरह निश्चिंत हो जाते हैं। किस फंक्शन में क्या ड्रेस रहेगी, क्या भोजन होगा। सजावट कैसी होगी। आने जाने की व्यवस्था कैसे रहेगी। कौन-कौन से डांस होंगे, सब वेडिंग प्लानर ही तय करते हैं। यहां तक कि अगर किसी घर में ज्यादा महिलाएं ना हों तो वे लेडीज संगीत तक का आयोजन करा देते हैं। पिछले साल शहर में करीब डेढ़ सौ विवाह समारोह वेडिंग प्लानर ने आयोजित किए थे, लेकिन इस बार इनकी संख्या एक दर्जन भी नहीं है और वह भी कुछ छोटे-छोटे कार्यक्रम में ही।
वेडिंग प्लानर्स के मुताबिक इन शादियों का असली मकसद समारोह को भव्य बनाना होता है, लेकिन जब विवाह में अपनी तरफ के बमुश्किल 40 लोग शामिल हो रहे हों तो किसे भव्यता दिखाई जाए। इससे ज्यादा लोग तो सामूहिक परिवार में हो जाते हैं। यह कारोबार पिछले दो-तीन वर्ष में उठा था, लेकिन इस वर्ष 10 फीसद भी नहीं रह गया है।
- इवेंट के 20 लोगों को पूरी जांच के बाद भी ले जाएंगे तो भी परिवार के लोग सशंकित हैं। कोरोना के चलते इस इंडस्ट्री पर भय का माहौल है। - सरिता वहाब, वेडिंग प्लानर।