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Weather Update Kanpur: आसमान में छाए बादल और हवाओं ने बदला मौसम, अक्टूबर मध्य से शुरू होगी गुलाबी ठंड

कानपुर शहर में मौसम में बदलाव आना शुरू हो गया है विगत दाे दिनों से आसमान में छाए बादल और हवाएं खुशनुमा अहसास करा रही हैं। मौसम विभाग की मानें तो अक्टूबर मध्य तक मानसून की विदाई के साथ हल्की ठंड शुरू हो जाएगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 07 Oct 2021 01:48 PM (IST)Updated: Thu, 07 Oct 2021 01:48 PM (IST)
Weather Update Kanpur: आसमान में छाए बादल और हवाओं ने बदला मौसम, अक्टूबर मध्य से शुरू होगी गुलाबी ठंड
मौसम में बदलाव करा रहा खुशनुमा अहसास।

कानपुर, जेएनएन। शहर में बीते तीन-चार दिनों से मौसम बार बार बदल रहा है, सुबह कभी धूप तो कभी अचानक बादल छा जाने के साथ हवाएं खुशनुमा अहसास करा रही हैं। मौसम विभाग की मानें तो मानसून की विदाई के साथ अक्टूबर मध्य में गुलाबी ठंड की शुरुआत हो जाएगी। बुधवार की तरह गुरुवार की सुबह से आसमान में बादलों का डेरा बना हुआ है और हवाओं से मौसम खुशनुमा अहसास करा रहा है।

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चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानियों के मुताबिक जल्द ही मानसून की विदाई के साथ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं की जगह भूमध्य सागर से ईरान, अफगानिस्तान के मरुस्थल की शुष्क हवाएं लेंगी। संभावना है कि 15 अक्टूबर से हल्की ठंड भी शुरू होगी। आइएमडी के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिमी मानसून की वापसी की स्थितियां अनुकूल बनी हैं। जून से सितंबर तक चार महीने में सामान्य वर्षा हुई। वहीं 1 जून से 30 सितंबर तक 1961-2010 के 88 सेमी रिकार्ड की तुलना में औसत बारिश 87 सेमी रही है। यह लगातार तीसरा वर्ष रहा जब देश में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। 2019 और 2020 में बारिश सामान्य से अधिक रही।

हवा की दिशा के साथ बदलेगा मौसम

मौसम विज्ञानी ने बताया की मानसून की विदाई के बाद हवा की दिशा उत्तर पश्चिमी हो जाएगी। यह हवा जम्मू कश्मीर की ओर से आएगी। इसके साथ पहाड़ों की ठंडक भी दिल्ली एनसीआर तक पहुंचने लगेगी। हवा की दिशा बदलने के साथ ही सुबह-शाम के मौसम में फर्क महसूस होने लगेगा। इस दौरान सुबह शाम के समय लोगों को हल्की सर्दी का अहसास होने लगेगा। इस समय उत्तर-पश्चिम भारत से मानसून की जल्द वापसी के लिए स्थितियां अब अनुकूल होती जा रही हैं।

चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है। इसके अलावा एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर है, जो समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। वहीं एक ट्रफ रेखा बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बने हुए चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से तमिलनाडु और केरल होते हुए दक्षिण-पूर्व अरब सागर तक फैली हुई है। यूपी में मानसूनी बारिश का सिलसिला अभी एक सप्ताह और चलेगा और 14 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश से इसकी विदाई हो जाएगी। हालांकि, मानसून की विदाई की शुरुआत छह अक्टूबर से राजस्थान से होगी। इसके यूपी से विदा होने में एक सप्ताह का समय लगेगा।


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