Weather Update: आफत बनकर आई बारिश, कन्नौज में छह लोगों की मौत, बुंदेलखंड में नहीं दिखा असर
कानपुर में ओलावृष्टि होने से ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों को नुकसान हुआ है और शहरी क्षेत्र में वाहनों के शीशे चटक गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। शनिवार को तेज बारिश कई जगह बारिश आफत भी बन गई, कन्नौज में किशोर समेत छह लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए। ओलावृष्टि व बारिश से फसलों को भी नुकसान हुआ है। कानपुर के घाटमपुर और बिल्हौर क्षेत्र में जायद की फसलों को काफी नुकसान हुआ है।
उधर, उन्नाव, कन्नौज और कानपुर में झमाझम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। उन्नाव के सफीपुर, परियर में में 100 ग्राम से अधिक वजन के ओले गिरे तमाम इलाकों में तेज हवाओं के चलते पेड़ गिरने से बिजली गुल रही। कानपुर के घाटमपुर और बिल्हौर से लेकर कल्याणपुर तक ओले गिरे। इससे कई गाडिय़ों के शीशे टूट गए। कन्नौज में सुरसा गांव निवासी 35 वर्षीय दिनेश चंद्र अपने मवेशी बाड़ा में भैंस बांध रहे थे। साथ में पड़ोस के अमित राठौर भी थे। ओलों की बारिश और तूफान में बाड़ा की पक्की दीवार गिर गई। इससे मलबे में दबकर 35 वर्षीय दिनेश की मौत हो गई, जबकि अमित घायल हो गए। तिजलापुर गांव में चंदन सिंह का 11 वर्षीय बेटा अभिषेक कुमार तूफान से बचने के लिए घर के बाहर खड़े ट्रैक्टर के पास छिपकर खड़ा हो गया। तूफान के झोंक में ट्रैक्टर पलट गया और अभिषेक दब गया। इससे मौके पर ही मौत हो गई।
भिखनीपुर्वा गांव में 60 वर्षीय रामआसरे खेतों पर मवेशी चरा रहे थे। ओले गिरने से सिर पर गहरी चोट लगी। आसपास के लोगों ने बचाव किया और निजी अस्पताल में भर्ती कराया, वहां पर हालत नाजुक होने से कानपुर रेफर कर दिया गया। कानपुर जाते समय रास्ते में ही रामआसरे ने दम तोड़ दिया। छतरपुर गांव में प्रवीण कुमार यादव की यदुवंशी गैस एजेंसी है। गैस गोदाम की दीवार गिर गई, जिसमें भुलभुलियापुर के 22 वर्षीय सतेंद्र कुमार और गुरसहायगंज के ताखेपुवर के 35 वर्षीय विद्यासागर की मौत हो गई। ठठिया के गांव रमईपुरवा श्यामपुर निवासी नीलू घर के बाहर खड़ा था, इसी बीच यूकेलिप्टस का पेड़ उसके ऊपर गिर गया, जिसमें उसकी मौत हो गई।
मूंग, खरबूजा और तरबूज को नुकसान
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार ओलावृष्टि से मक्का की फसल को फायदा हुआ है, जबकि सब्जियों व मूंग की फसल को नुकसान पहुंचा है। मूंग की पकी फलियां खराब होने की आशंका है। खरबूजा और तरबूज की पैदावार को नुकसान हुआ है।
क्षेत्रीय चक्रवात का असर
कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. नौशाद खान के मुताबिक मौसम में बदलाव के पीछे वजह कम वायुदाब क्षेत्र विकसित होने से क्षेत्रीय चक्रवात बनना है। इसके आसार गुरुवार शाम से ही दिखने लगे थे। शनिवार को करीब 53 मिलीमीटर बारिश हुई। हवा 10 से 11 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली। अधिक तापमान सामान्य से नौ डिग्री कम रहा।
बांदा में 47 के पार रहा पारा
बुंदेलखंड में बारिश का असर नहीं दिखा। यहां शनिवार को बांदा में अधिकतम तापमान 47.7 डिग्री सेल्सियस रहा। चित्रकूट में 41 डिग्री, उरई में 40 डिग्री रहा। औरैया, महोबा, हमीरपुर में 38 से 39 डिग्री तापमान रहा। हमीरपुर में हल्की बूंदाबांदी हुई।