मौसम का हाल : बादलों ने बढ़ाया न्यूनतम तापमान, शीतलहर और गलन से छुड़ा रही कंपकपी
आसमान में छाए बादलों से न्यूनतम तापमान बढ़कर 12.2 डिग्री हो गया है लेकिन सर्द हवाओं की तेजी ने ठिठुरन में इजाफा किया। मौसम विभाग ने अभी कड़ाके की ठंड और तेज होने की संभावना जताई है। वहीं बूंदाबांदी के भी आसार बन रहे हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। पश्चिमी विक्षोभ के कारण आसमान पर छाए बादलों ने रात का तापमान भले ही बढ़ा दिया, लेकिन शीतलहर और गलन और तेज हुई है। हवा की रफ्तार आठ किमी प्रति घंटा होने के कारण कंपकपी छूट रही है। शनिवार को सुबह से दोपहर बाद तक हुई बारिश के बाद देर रात फिर हल्की बूंदाबांदी से गलन बढ़ गई। रविवार सुबह न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, लेकिन बादलों के कारण दिन का पारा गिरने की संभावना जताई जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों ने सोमवार को भी इसी तरह का मौसम रहने की संभावना जताई है। किसानों को सलाह दी है कि वह फसलों में सिंचाई रोक दें और जरूरी कीटनाशक व रोग नाशी दवाओं का छिड़काव रुककर करें।
गुरुवार से हिमालय के पास आए पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी इलाकों में बर्फीली हवाओं का आना तेज हो गया था। इसी के साथ अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से उत्तर पूर्वी नम हवाओं ने आने से आसमान पर बादल छाने शुरू हो गए थे। शुक्रवार रात हल्की बूंदाबांदी के बाद शनिवार सुबह से लेकर दोपहर लगातार बारिश हुई। सीएसए विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि बादलों के कारण आज भी बारिश के आसार हैं। कुछ इलाकों में ओले भी गिर सकते हैं। न्यूनतम तापमान में भले ही बढ़ोत्तरी हुई है, लेकिन अधिकतम तापमान तेजी से गिर रहा है। इसके कारण दिन में सर्दी बढ़ गई है।
उत्तर पूर्वी हवाओं की रफ्तार भी आठ किमी प्रति घंटे के आसपास है। इसके कारण शीतलहर और गलन भी लगातार बढ़ रही है। आने वाले दो दिन तक इसी तरह का मौसम रहेगा। बादल छंटने के बाद उत्तर पश्चिमी हवाओं का असर तेज होगा। तब न्यूनतम तापमान में कमी आएगी और दिन का अधिकतम तापमान बढ़ेगा। इस दौरान भी शीतलहर व गलन जारी रहेगी।