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Weather Update Kanpur: बदल रहा मौसम, रात में गुलाबी ठंड और दिन में चिलचिलती धूप

मानसून की विदाई संग मौसम में परिवर्तन का सिलसिला शुरू हाे गया है। तापमान में उतार चढ़ाव के साथ वातावरण में हल्की ठंडक के आसार बन रहे हैं। बूंदाबांदी की संभावना के साथ नमी के स्तर में हल्की कमी आ सकती है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 02:52 PM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 02:52 PM (IST)
Weather Update Kanpur: बदल रहा मौसम, रात में गुलाबी ठंड और दिन में चिलचिलती धूप
मौसम में बदलाव का सिलसिला शुरू हो गया है।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर में मौसम में बदलाव नजर आने लगा है, रात में हल्की ठंड तो दिन चिलचिलाती धूप परेशान कर रही है। मानसून की विदाई शुरू हो गई है, मौजूदा सिस्टम बारिश के होने की बेहद कम संभावना जता रहे हैं। अगले हफ्ते तक मानसून पूरी तरह से बाय बाय कर देगा। इसके बाद मौसम में परिवर्तन तेजी से नजर आएगा और अधिकतम और न्यूनतम तापमान में उतार चढ़ाव होगा। दिन में हल्की गर्मी और रात में सर्दी शुरू हो जाएगी।

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चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया, चार महीने तक चलने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून आधिकारिक तौर पर 30 सितंबर को समाप्त हो गया। हालांकि, पिछले वर्षों के विपरीत, दक्षिण-पश्चिम मानसून की आधिकारिक तिथि समाप्त होने के बाद भी मानसून की विदाई नहीं हुई थी। अब राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्रों और गुजरात के कुछ हिस्सों से मानसून की वापसी शुरू हो गई है। देश के अन्य हिस्सों से मानसून की और वापसी के लिए मौसम की स्थिति अनुकूल बनी हुई है। वर्तमान में मानसून वापसी रेखा राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर और गुजरात के भुज से होकर गुजर रही है।

इस सप्ताह के अंत तक मानसून पहाड़ी क्षेत्रों के साथ-साथ मैदानी इलाकों जैसे जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों सहित पूरे उत्तर भारत से वापस चला जायेगा। अगले 2-4 दिनों में मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों से भी मानसून की वापसी होगी।

आमतौर पर जब मानसून पीछे हटता है, तो साफ आसमान की स्थिति के साथ-साथ हवा के पैटर्न में बदलाव होता है। अधिकतम तापमान में काफी हद तक नमी के साथ वृद्धि देखी जाती है। यह स्थिति उन सभी क्षेत्रों में नजर आएगी, जहां मानसून की वापसी होगी।

देश भर में बने मौसमी सिस्टम

मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया, चक्रवात हवा का क्षेत्र दक्षिण महाराष्ट्र और कर्नाटक तट के पास पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बना हुआ है। पूर्वी मध्य अरब सागर पर बने चक्रवाती परिसंचरण से पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ रेखा कर्नाटक और रायलसीमा से होते हुए गुजर रही है। उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे म्यांमार के तट के पास 10 अक्टूबर के आसपास एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। अगले 24 से 48 घंटे के दौरान गुजरात के कुछ और हिस्सों, पूरे राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली पश्चिमी हिमालय और मध्य प्रदेश से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और कोंकण और गोवा के एक या दो हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, कर्नाटक और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के आसार हैं। पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, छत्तीसगढ़, दक्षिण मध्य प्रदेश और दक्षिण गुजरात में बूंदाबांदी की संभावना है।


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