कानपुर के बर्रा में जलकल विभाग तीन दिनों से लोगों को दे रहा काला और बदबूदार पानी, मंडरा रहा बीमारियों का संकट
लोगों ने बताया कि ज्यादातर हैंडपंप भी खराब हो चुके हैं। पानी के लिए आधा किमी दूर जाना पड़ता है। जलकल के अधिशासी अभियंता पीके जौहरी ने बताया कि मोटर फुंकने पर उसकी मरम्मत के जिम्मेदारी जलकल की नहीं होती इसे सोसाइटी के लोग ही ठीक कराते हैं
कानपुर, जेएनएन। बर्रा आठ के लोगों को जलकल काला पानी की सजा दे रहा है। पिछले तीन दिनों से काला और बदबूदार पानी घरों में सप्लाई हो रहा है। इससे हजारों लोग प्रभावित हैं। जलकल में कई शिकायतें की गई हैं, लेकिन सुनने को तैयार नहीं।
बर्रा आठ के दिनेश पांडेय, अरविंद, अजय, शुभम, अरूण ने बताया कि बदबूदार पानी को बर्तन में भर कर रख दिया तो बर्तन में दाग बन जाते और पूरे घर में बदबू ही बदबू फैली रहती है। ऐसे में लोगों को पानी की किल्तत का सामना करना पड़ रहा है। मजबूरी में लोग या तो बाजार से पानी ला रहें या फिर पड़ोसी की मदद ले रहे हैं। लोगों का कहना है कि माह में एक सप्ताह तो दूषित व काला पानी घरों में सप्लाई होता है। बाबूपुरवा में सबमॢसबल पंप की मोटर फुंक गई है। इससे लोग पीने के लिए बाजार से कैंपर खरीदकर ला रहे हैं। काफी शिकायतों के बाद अभी तक काम मोटर में काम शुरू नहीं हो पाया है। बाबूपुरवा सुफ्फा मस्जिद के पास विधायक सोहिल अख्तर अंसारी ने विधायक निधि से 700 लीटर की रखवाई थी।
इस टंकी से क्षेत्र के दस हजार लोग निर्भर हैं। क्षेत्र के नईम शेरू ने बताया कि पिछले सात दिनों से टंकी की मोटर फुंकी हुई है। इस वजह से लोगों के सामने पानी के लिए संकट है। अब्दुल बारिक ने बताया कि पानी के लिए लाइनें तो पड़ी हुई हैं, लेकिन आज तक उसमें पानी की एक बंदू नहीं आई। इस वजह से क्षेत्र के लोगों हर गर्मी में यही समस्या झेलनी पड़ती है। लोगों ने बताया कि ज्यादातर हैंडपंप भी खराब हो चुके हैं। पानी के लिए आधा किमी दूर जाना पड़ता है। जलकल के अधिशासी अभियंता पीके जौहरी ने बताया कि मोटर फुंकने पर उसकी मरम्मत के जिम्मेदारी जलकल की नहीं होती, इसे सोसाइटी के लोग ही ठीक कराते हैं। क्षेत्र में पानी की समस्या को देखते हुए पानी के टैंकर भेजे।