जलसंकट से जूझ रहा कानपुर का दक्षिण क्षेत्र, दूषित जलापूर्ति के कारण खरीद कर पीना पड़ रहा पानी
अवर अभियंता अजीत यादव ने बताया कि किदवई नगर ई ब्लॉक में सीयूजीएल कर्मचारी रात में बिना सूचना दिये ही काम करते हैं। कई बार पानी को लाइनों को तोड़ा है। उन्होंने बताया कि मजदूर लगाकर खोदाई की जा रही है।
कानपुर, जेएनएन। गुजैनी प्लांट बंद होने के बाद जलकल की ओर से की जा रही दूषित जलापूर्ति से दक्षिण क्षेत्र के लाेग बहुत परेशान हैं। लोग पीने के लिए बाजार में पानी खरीद रहे हैं। बर्रा दो के दीपक, प्रियंक द्विवेदी, अरुण ने बताया कि दो दिन पानी में सीवर के पानी जैसी बदबू आ रही है। इस वजह से पानी को इस्तेमाल करना संभव नहीं है। इस वजह से पानी खरीद कर भी पीना पड़ रहा। वहीं, लोगों ने हैंडपंप से पानी लिया व आसपास के घरों में लगे सबमर्सिबल पंप चालू कर पानी ले रहे हैं। इस संबंध में लोगों ने अधिकारियों को अवगत कराया है। अवर अभियंता अनिल यादव ने बताया कि पुराने कनेक्शन खराब होने पर बंद नहीं करवाते हैं। इस वजह से दूषित पानी कई मोहल्लों में जाता है।
किदवई नगर में टूटी पानी की लाइन: किदवई नगर में सीयूजीएल ने लाइन डालने के दौरान जलकल की लाइन तो तोड़ दिया। इस वजह से क्षेत्र के पांच हजार लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा। अवर अभियंता अजीत यादव ने बताया कि किदवई नगर ई ब्लॉक में सीयूजीएल कर्मचारी रात में बिना सूचना दिये ही काम करते हैं। कई बार पानी को लाइनों को तोड़ा है। उन्होंने बताया कि मजदूर लगाकर खोदाई की जा रही है। जल्द ही जलापूर्ति बहाल होगी।