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पनकी-भाऊपुर की चौथी लाइन के लिए अभी दो माह और इंतजार, तय डेटलाइन पर नहीं पूरा हुआ काम

नई दिल्ली-हावड़ा रेल रूट सबसे व्यस्ततम है और ट्रैक पर 170 से ज्यादा ट्रेनें दौड़ती हैं। इसलिए कुछ लोड कम करने के लिए पनकी से भाऊपुर के बीच चौथी लाइन का कार्य जारी है जिसके लिए महाप्रबंधक ने अक्टूबर माह की डेटलाइन तय की थी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 06 Nov 2021 10:52 AM (IST)Updated: Sat, 06 Nov 2021 10:52 AM (IST)
पनकी-भाऊपुर की चौथी लाइन के लिए अभी दो माह और इंतजार, तय डेटलाइन पर नहीं पूरा हुआ काम
पनकी से भाऊपुर के बीच बन रहा चौथा रेलवे ट्रैक।

कानपुर, जागरण संवाददाता। दिल्ली-हावड़ा रूट पर ट्रेनों की संख्या सबसे ज्यादा है। ऐसे में सेंट्रल स्टेशन आने और यहां से जाने वाली ट्रेनें पनकी भाऊपुर के बीच निर्बाध रूप से निकल सकें, इसके लिए चौथी रेललाइन का निर्माण पिछले दो साल से चल रहा है। इस कार्य को अक्टूबर के अंत तक पूरा होना था लेकिन इसकी गुंजाइश बहुत कम है।

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उत्तर मध्य रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक वीके त्रिपाठी ने काम में हो रही देरी के चलते जून 2021 में प्रोजेक्ट की समय सीमा अक्टूबर 2021 तय की थी। हालांकि चौथी रेललाइन के निर्माण में अभी भी दो माह से अधिक का समय लगना तय है। अधिकारी बताते हैं कि पहले कोविड और फिर बरसात के चलते डेढ़ माह से काम बंद था जिसे पुन: शुरू कराया गया है।

2019 में पास हुए थे 81.86 करोड़ रुपये : पनकी से भाऊपुर के बीच चौथी रेल लाइन के लिए वर्ष 2019 के रेल बजट में 81.86 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। बजट मिलने के बाद से रेलवे ने चौथी रेललाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया था। पनकी से भाऊपुर के बीच की दूरी करीब 11 किमी है जिसे रेलवे दो साल में भी पूरा नहीं कर पाया।

सामान्य दिनों में 170 ट्रेनें चलती हैं : दिल्ली हावड़ा रूट पर सामान्य दिनों में 170 ट्रेनों का संचालन होता है। इनमें राजधानी, हमसफर, दूरंतो, वंदे भारत, रिवर्स शताब्दी जैसी कई वीआइपी ट्रेनें शामिल हैं। संख्या अधिक होने के चलते सेंट्रल स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों को धीमी गति से आउटर से पास दिया जाता है। कई बार ट्रेनों को आउटर पर ही घंटों इंतजार करना पड़ता है। अप और डाउन की दो-दो लाइन होने से ट्रेनें अपनी सामान्य गति से आ जा सकेंगी।

-पनकी से भाऊपुर के बीच चौथी लाइन का काम रेलवे के महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है। इसकी मानीटरिंग मंडल स्तर पर करायी जा रही है ताकि काम तेजी से समाप्त हो सके। -अमित मालवीय, जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे


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