इटावा में वायरल फीवर के मरीजों की भरमार, हाफ डे होने के बावजूद जिला अस्पताल पहुंचे 275 मरीज
इटावा में वायरल बुखार औ डेंगू के मरीजों की संख्या में दिन पर दिन इजाफा होता जा रहा है। शनिवार को एक बार फिर जिला अस्पताल में काफी संख्या में बुखार के मरीज दिखाने पहुंचे। जिसमें 20 मरीजाें को भर्ती किया गया है।
इटावा, जागरण संवाददाता। जिले में वायरल बुखार के केसों मे इजाफा हो रहा है। शनिवार को आधे दिन का अवकाश होने के बावजूद 275 वायर फीवर के मरीज जिला अस्पताल पहुंचे जबकि डेंगू के भय से 45 मरीजों ने जांच कराई जिनमें 8 के नमूने संदिग्ध पाये जाने पर जांच के लिए उप्र आयुर्विज्ञान विश्व विद्यालय सैफई भेजे गए हैं। मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. एमएम आर्या ने बताया कि अस्पताल में 275 मरीज बुखार के पाये गये हैं जिसमें 20 को भर्ती करके उपचार दिया जा रहा है। मुख्य रजिस्ट्रेशन काउंटर से भी 483 मरीज पंजीकृत हुए। इस दौरान तकरीबन 60 बच्चों ने भी वायरल बुखार, सर्दी, जुकाम का उपचार डा. पीके गुप्ता से लिया। जिला अस्पताल की लैब में भी जांच के लिए 45 मरीज पहुंचे जिसमें 8 के नमूने जांच का मेडिकल कालेज सैफई भेजे गए हैं।
तीन डेंगू के मरीज निकले: जिले के विभिन्न भागों से हर रोज डेंगू के मरीज तो निकल रहे हैं लेकिन यह मरीज जिला अस्पताल में भर्ती नहीं हो रहे हैं। शनिवार को सैफई मेडिकल कालेज से मिली जांच रिपोर्ट में तीन मरीज मिलने की जानकारी को एडी स्वास्थ्य ने भी गंभीरता से लिया है। प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी नीरज दुबे ने बताया कि वह स्वयं वायरल बुखार से पीड़ित हैं फिर भी दवा लेकर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शहर से एक मरीज जो करनपुरा का बताया गया है और दो मरीज पारपट्टी इलाके से हैं। इसके साथ पहले रतन नगर से भी मरीज मिल चुका है। इसी को लेकर रतननगर में मच्छर रोधी अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि 22 मरीजों की स्लाइड बना ली है और 31 मरीजों की जांच करके दवा दे दी। टीम ने जब मोहल्ले के कूलरों को चेक किया तो 11 कूलरों में लार्वा तथा तीन मकानों की छत पर गमलों में गंदा पानी भरा पाया गया। टीम ने मोहल्ले के बाहर जमा कचरे के ढेर पर भी दवा का छिड़काव करा दिया और नालियों तथा गंदगी के ढेर पर दवा डलवाई।