Vikas Dubey के गांव बिकरू में 25 वर्ष बाद लोकतंत्र की बयार, मधू के शपथ लेते ही मनाया गया जश्न
शिवराजपुर विकास खंड के बिकरू गांव में अबकी ग्रामीणों ने अपना स्वतंत्र प्रधान चुना हैं। इससे पहले कुख्यात विकास दुबे की हनक में निर्विरोध प्रधान ही चुने जाते रहे हैं। बुधवार को ग्राम पंचायत में वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से ग्राम प्रधानों को शपथ दिलाई गई।
कानपुर देहात, जेएनएन। देश और दुनिया में चर्चित हुए बिकरू कांड के बाद गांव का पंचायत चुनाव इस साल चर्चा में रहा। यहां पच्चीस साल बाद हुए मतदान में गांव की मधू कमल को जनता ने बैलट पेपर पर ठप्पा मारकर अपना प्रधान चुना। बुधवार को उनके शपथ ग्रहण के दौरान बिकरू में जश्न का माहौल दिखा।
शिवराजपुर विकास खंड के बिकरू गांव में अबकी ग्रामीणों ने अपना स्वतंत्र प्रधान चुना हैं। इससे पहले कुख्यात विकास दुबे की हनक में निर्विरोध प्रधान ही चुने जाते रहे हैं। बुधवार को ग्राम पंचायत में वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से जूम एप पर निर्वाचित ग्राम प्रधानों को कर्तव्य व पद गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इस दौरान बिकरू में खासा उत्साह दिखा। गांव के प्राथमिक विद्यालय में ग्राम पंचायत अधिकारी अमिताभ पाल ने निर्वाचित प्रधान मधू कमल व 12 सदस्यों को शपथ दिलाई। इस दौरान गांव के लोगों को मिठाई बांटी गई। ग्रामीणों ने बताया कि अरसे बाद गांव को स्वतंत्र प्रधान मिला हैं। किसी का दबाव अब नही रहा। ग्राम प्रधान मधू ने बताया कि अब तक अधूरे विकास कार्यों को प्राथमिकता पर लिया जाएगा। इसके साथ ही गांव में राशन वितरण की व्यवस्था के लिए राशन विक्रेता का चयन होगा।
भौसाना में नही हो सकी शपथ: शिवराजपुर के भौसाना ग्राम में ग्राम प्रधान की शपथ सदस्यों का कोरम पूरा न होने के कारण नहीं हो सकी। शपथ के लिए बुलाई गई मीटिंग में आठ में मात्र दो सदस्य ही पहुंचे। ग्राम पंचायत अधिकारी रवि वर्मा ने बताया कि कोरम के अभाव में शपथ नही हो सकी है। अगली तिथि निर्धारित होने पर शपथ दिलाई जाएगी।