Vikas Dubey News : विकास की मां के बाद अब पिता की मौत की फैलाई गई अफवाह, घर पर सकुशल
Vikas Dubey News चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में विकास दुबे का घर ध्वस्त करने के बाद से पुलिस ने उसके पिता राम कुमार को शिवली में दामाद दिनेश तिवारी के घर पर रखा है।
कानपुर, जेएनएन। सोमवार देर शाम विकास दुबे के पिता राम कुमार दुबे की हृदय गति रुकने से मौत की बात अफवाह निकली। हालांकि आला अफसरों तक मामला पहुंचते ही सीओ बिल्हौर ने दामाद दिनेश तिवारी के घर पहुंचकर जानकारी ली। वहां राम कुमार के ठीक मिलने पर हालचाल लेकर लौट गए। इससे पहले विकास दुबे की मां की मौत की अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाई गई थी।
चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में विकास दुबे का घर ध्वस्त करने के बाद से पुलिस ने उसके पिता राम कुमार दुबे को शिवली में दामाद दिनेश तिवारी के घर पर रखा है। सोमवार शाम अचानक सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ी कि राम कुमार की मौत हृदय गति रुकने से हो गई है। इस पर कानपुर पुलिस व प्रशासन हरकत में आया। सीओ बिल्हौर संतोष कुमार सिंह को कोतवाल वीर पाल तोमर के साथ शिवली स्थित दिनेश के घर भेजा गया। वहां राम कुमार आराम से चारपाई पर लेटे मिले। बातचीत में सीओ से उन्होंने अपने रसूलाबाद निवासी भाई बृज किशोर के यहां जाने की इच्छा जताई। सीओ स्वजन से उनका ख्याल रखने की बात कहकर चले गए।
बता दें कि कानपुर का कुख्यात बदमाश और आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे को एक यूपी पुलिस की एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में मार गिराया है। गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर के बाद उसके पिता राम कुमार दुबे ने इसको सही ठहराया था। विकास दुबे के पिता ने कहा था कि मेरे बेटे का एनकाउंटर कर पुलिस ने सही किया। जब विकास दुबे के मरने की खबर उसकी मां सरला देवी को पता चली, तो उन्होंने मीडिया से दूरी बना ली और अपने आप को अपने घर में बंद कर लिया। यह भी कहा जा रहा है कि उनकी तबीयत भी बिगड़ गई है। सोशल मीडिया पर तो खबर फैल गई कि बेटे की मौत की खबर सुनकर मां की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। हालांकि इस बीच सरला देवी ने पुलिस से कहा कि बेटे विकास दुबे से उनका कुछ लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि वह कानपुर नहीं जाना चाहती हैं। वह लखनऊ में हैं और वहीं रहना चाहती हैं।
बता दें कि कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल विकास दुबे का 10 जुलाई की सुबह पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। उसे उज्जैन से कोर्ट में पेशी के लिए लाते वक्त कानपुर शहर से पहले ही सचेंडी थाना क्षेत्र में बेसहारा जानवरों को बचाने के चक्कर में एसटीएफ की कार पलटी तो कुछ पल के लिए पुलिसकर्मी हल्की बेहोशी की हालत में आ गए। इस दौरान विकास दुबे ने एक इंस्पेक्टर की पिस्टल छीन ली और भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उसका पीछा किया। विकास के पुलिसकर्मियों पर गोली चलाने के जवाब में एसटीएफ और पुलिस टीम के सदस्यों ने उसे ढेर कर दिया। मुठभेड़ में एसटीएफ के दो जवान भी घायल हुए हैं। इस पांच लाख रुपये इनामी हिस्ट्रीशीटर को गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था।