बिकरू कांड के छह माह बाद गांव आई विकास की मां गिरा घर देख रो पड़ीं, पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट
सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में मुख्य आरोपित गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के छह माह लखनऊ में भाई के पास रहने वाली मां गांव आईं। उन्हें देखकर गांव वाले भी अवाक रह गए और खानदानी महिलाओं ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
कानपुर, जेएनएन। बिकरू गांव में भी पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट के बीच गैंगस्टर विकास दुबे की मां सरला देवी अचानक गांव पहुंच गईं। वह गांव में कुछ लोगों से मिलीं और अपने ध्वस्त मकान को देखा तो रो पड़ीं। खानदान की महिलाओं ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया, वहीं जानकारी पर पुलिस भी सक्रिय हो गई।
गैंगस्टर विकास दुबे बिकरू में अपने पिता रामकुमार और नौकर कल्लू के परिवार के साथ रहता था। विकास और उसके भाई दीपू का परिवार लखनऊ में रहता है। मां सरला देवी दीपू दुबे के साथ ही रहती हैं। दो जुलाई की वारदात के बाद पुलिस ने जांच के नाम पर विकास दुबे का मकान ढहा दिया था। उस घटना के बाद से विकास का कोई पारिवारिक सदस्य गांव नहीं आया था।
मंगलवार को विकास दुबे की मां सरला देवी दोपहर करीब दो बजे गांव पहुंचीं। वह कार से गांव आईं थीं, उन्हें देखकर लोग अवाक रह गए। गांव पहुंचते ही वह पहले अपने घर पहुंचीं। टूटा हुआ घर देखकर वह रो पड़ीं। कुछ देर तक तो उनके पास कोई नहीं आया, मगर कुछ देर बाद खानदान के लोगों ने आना शुरू किया। खानदान के लोगों ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया। देर शाम तक उन्हें गांव में ही देखा गया।
हालांकि इस दौरान उनके गांव आने की सूचना पर पुलिस भी गांव पहुंच गई। पुलिस ने भी सरला देवी से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने पुलिस से कोई ज्यादा बातचीत नहीं की। जब इस संबंध में इंस्पेक्टर चौबेपुर कृष्ण मोहन राय से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सरला देवी के आने की जानकारी पुलिस को मिली थी, लेकिन थाने से फोर्स नहीं भेजी गई थी। हो सकता है कि उनके साथ कानपुर देहात की पुलिस आई हो। सरला देवी के अचानक गांव पहुंचने से पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी और बढ़ गई हैं।