Vikas Dubey News: पांच गवाहों के सामने मध्य प्रदेश से विकास को लाई थी यूपी एसटीएफ की टीम
उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन को लिया था वीआइपी टिकट। सोने के आभूषण बस के टिकट संग मिले थे 8100 रुपये नकद। उज्जैन पुलिस ने कुख्यात विकास दुबे को नौ जुलाई 2020 दिन गुरुवार को यूपी एसटीएफ को सौंपा था।
कानपुर, [अंकित त्रिपाठी]। मुठभेड़ में मारे जा चुके बिकरू कांड के मुख्य आरोपित कुख्यात विकास दुबे को मध्यप्रदेश पुलिस ने यूपी एसटीएफ को सौंपते समय पांच गवाह बनाए थे। उनके ही सामने कुख्यात को एसटीएफ के हवाले किया था। कुख्यात ने 250 रुपये की वीआइपी दीर्घा की पर्ची कटवाकर महाकाल मंदिर में दर्शन किए थे। उसके पास से नकदी, सोने के आभूषण भी बरामद हुए थे। ये जानकारी पुलिस की ओर से न्यायालय में दाखिल की गई चार्जशीट में दी गई है।
नाटकीय ढंग से हुई थी गिरफ्तारी
बिकरू कांड के बाद कुख्यात विकास दुबे लगातार ठिकाना बदलता रहा था। महाकाल मंदिर उज्जैन में नाटकीय ढंग से उसकी गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद एसपी उज्जैन के निर्देश पर महाकाल थाने के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक अरविंद सिंह तोमर ने उसे उसे यूपी एसटीएफ के हवाले किया था। उज्जैन पुलिस ने उसके पास से बरामद टिकट, 8100 रुपये नकदी, दो तोला सोने की चेन और दो अंगूठी भी बरामद की थीं। उसकी वीआइपी टिकट का क्रमांक और बुक संख्या भी पुलिस ने रोजनामचा में दर्ज की थीं। यूपी एसटीएफ को सिपुर्दगी के दौरान उसके पूर्ण रूप से स्वस्थ होने और कोई चोट नहीं होने की बात भी बताई गई थी। उल्लेखनीय है कि कानपुर के चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई की रात दुर्दांत विकास दुबे व उसके गुर्गों ने दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायङ्क्षरग की थी। इसमें बिल्हौर के तत्कालीन सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हुए थे, जबकि कई गोली लगने से घायल हो गए थे।
सिपुर्दगी के दौरान यह थे गवाह
उज्जैन पुलिस ने कुख्यात विकास दुबे को नौ जुलाई 2020 दिन गुरुवार को यूपी एसटीएफ को सौंपा था। थाना महाकाल में सुपुर्दगी के दौरान उज्जैन के नरङ्क्षसह घाट निवासी भरत कहार, नरङ्क्षसह घाट निवासी धर्मेंद्र, माणकपुरा निवासी नासीर और कोर्ट मोहल्ला निवासी शाहरुख गवाह बनाए गए थे। इसका भी चार्जशीट में लगाए गए रोजनामचा के पन्ने में जिक्र है।
इनका ये है कहना
चौबेपुर थाना पुलिस ने न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल किया है, जिसमें आरोपित विकास दुबे के पास से गिरफ्तारी के दौरान मिले सामान की सूची और गवाहों के नाम दिए हैं। - देवेंद्र मिश्रा, सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता, कानपुर देहात।