Bikru Case Update: सामने आया वायरल ऑडियो में आवाज का सच, पुलिस ने बनाया साक्ष्य
बिकरू कांड के बाद कई ऑडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हुए थे। इनमें पुलिस ने सात ऑडियो को मामले में सुबूत बनाया है जिसके जरिए अदालत में पक्ष रखेगी कि विकास ने पुलिस कर्मियों की हत्या साजिश के तहत की गई है।
कानपुर, [गौरव दीक्षित]। बिकरू कांड के आरोपितों के खिलाफ सात वायरल ऑडियो पुख्ता सुबूत बनेंगे। मनु पांडेय के बाद परीक्षण में शहीद सीओ के तत्कालीन हमराही और चौबेपुर के सिपाही की आवाज की भी पुष्टि हो गई है। पुलिस ने जिन वायरल ऑडियो को साक्ष्य बनाया है, उनमें सर्वाधिक चार ऑडियो मनु से जुड़े हैं।
बिकरू कांड को लेकर पिछले छह माह में करीब दो दर्जन ऑडियो वायरल हुए। पुलिस ने अदालत में इनमें से केवल सात ऑडियो साक्ष्य के रूप में पेश करने का फैसला लिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इनमें से चार ऑडियो मनु पांडेय से जुड़े हैं, जबकि एक ऑडियो चौबेपुर के सिपाही राजीव कुमार व विकास दुबे से बातचीत का है। एक ऑडियो शहीद सीओ के तत्कालीन हमराही सुरेंद्र सिंह की बातचीत का है। जांच में पता चला है कि सीओ के हमराही से मोबाइल पर बात करने वाला व्यक्ति कोई अफसर नहीं बल्कि एडीजी कार्यालय की टेलीफोन ड्यूटी पर तैनात सिपाही सुनील सिंह था, जबकि सातवां वायरल ऑडियो मनु पांडेय के पति शशिकांत व ससुर प्रेम कुमार के बीच का है।
इन वायरल ऑडियो से पुलिस ने साबित करने की कोशिश की है कि बिकरू कांड एक साजिश का नतीजा था, जिसे विकास ने अपने कुछ साथियों के साथ अंजाम दिया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक वायरल ऑडियो में मनु की आवाज की पुष्टि पहले ही हो चुकी थी। अब सीओ के हमराहीी सुरेंद्र सिंह और चौबेपुर के सिपाही राजीव कुमार की आवाजों की पुष्टि भी उनके मोबाइल के माध्यम से कर ली गई है।
वायरल ऑडियो जिन्हें बनाया साक्ष्य
ऑडियो नंबर-1 : चौबेपुर के सिपाही राजीव कुमार व गैंगस्टर विकास दुबे के बीच दो जुलाई की रात घटना से ठीक पहले रात 12.11 बजे 125 सेकेंड की बातचीत। इसमें विकास कह रहा है कि उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस दबिश डालने आ रही है। अगर पुलिस गांव आई तो ठीक नहीं होगा। वह लाशें बिछा देगा और वही हुआ।
ऑडियो नंबर-2 : शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के हमराही सुरेंद्र ङ्क्षसह व एडीजी कार्यालय के टेलीफोन ड्यूटी के सिपाही सुनील कुमार के बीच 386 सेकेंड की बातचीत। इसमें हमराही पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार विवरण बता रहा है कि किस तरह से पुलिस टीम पर विकास दुबे के गुर्गों ने हमला किया है।
ऑडियो नंबर 3-4 : तीन जुलाई को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए प्रेम प्रकाश की अपनी बहू मनु पांडेय से बताचीत है। इसमें मनु उन्हें घर आने के लिए कह रही है और बता रही है कि पापा विकास भइया आए थे और उनसे बात करने को कहा है। पुलिस ने इसे साजिश की हिस्सा बताया है।
ऑडियो नंबर 5 : मनु पांडेय की विकास दुबे के छोटे भाई दीपू दुबे की पत्नी अंजलि दुबे से बातचीत, जिसमें वह बिकरू में हुए घटनाक्रम की जानकारी उसे दे रही है। उसे बता रही है कि कैसे पुलिस वाले मारे गए हैं। साथ ही वह बचने के रास्ता भी उससे पूछ रही है।
ऑडियो नंबर-6 : प्रेम प्रकाश और शशिकांत के बीच की बातचीत है, जिसमें प्रेम प्रकाश बेटे से कहता है कि वह विकास दुबे से बात कर ले। वह उससे बात करना चाहते हैं।
ऑडियो नंबर-7 : सबसे महत्वपूर्ण ऑडियो जिसमें मनु पांडेय प्रभात मिश्रा से बातचीत कर रही है और उसे बता रही है कि किसकी छत पर कौन तैनात है। पुलिस का दावा है कि गांव की कई छतों से गोलियां चलाई गईं, यह ऑडियो पुलिस की उस कहानी को पुष्ट करता है।