Vikas Dubey News: बिकरू कांड में पांच थानों के प्रभारियों की टीम तैयार कर रही चार्जशीट, अब सिर्फ 13 दिन बाकी
पुलिस को अगले माह की तीन तारीख तक कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल करना है गैंगस्टर और रासुका के तहत कार्रवाई की भी तैयारी की जा रही है।
कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड में शामिल आरोपितों के खिलाफ पुलिस इसी माह चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है। 80 फीसद से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। अगले माह आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और रासुका के तहत कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि पुलिस के पास आरोपपत्र दाखिल करने के लिए अभी 13 दिन का समय है।
पुलिस अफसरों ने बिकरू कांड की विवेचना की जिम्मेदारी रेलबाजार थाना प्रभारी दधिबल तिवारी को सौंपी है। उनके सहयोग के लिए कोतवाली, चौबेपुर, काकादेव, नजीराबाद व शिवराजपुर थाना प्रभारियों को लगाया गया है। एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पांच थानों के प्रभारी व उनकी टीमें चार्जशीट तैयार कर रही हैं। तय समयसीमा से पहले ही आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। साथ ही न्यायालय में पैरवी करके आरोपितों को सख्त सजा दिलाई जाएगी। रासुका के तहत भी आरोपितों की फाइल तैयार कराई जा रही है।
150 गवाहों के बयान हो चुके
पुलिस अब तक चश्मदीद पुलिसकर्मियों समेत करीब 150 गवाहों के बयान ले चुकी है। इसमें पोस्टमार्टम करने वाले पैनल के डॉक्टरों, पंचायतनामा में शामिल लोगों के साथ ही बिकरू के आसपास के वे ग्रामीण भी शामिल हैं, जिन्होंने वारदात के बाद घायल जवानों को ले जाते देखा था।
ये था मामला
दो जुलाई की रात चौबेपुर के बिकरू गांव में दबिश पर गई पुलिस टीम पर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे व उसके साथियों ने हमला किया था। गोलीबारी में बिल्हौर के तत्कालीन सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। विवेचना के दौरान पुलिस ने कुल 44 आरोपित चिह्नित किए। इसमें से 36 आरोपित जेल में हैं और विकास समेत छह आरोपित मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। एसटीएफ और पुलिस विकास के करीबी व फरार आरोपित उमाशंकर और विपिन की तलाश कर रही है। वे दोनों भी सरेंडर करने की फिराक में हैं।