Bikru Case Update: विकास दुबे के सहयोगी गुनहगारों पर होगी रासुका की कार्रवाई, आइजी का आदेश
आइजी की अध्यक्षता वाली बैठक में फैसला लिया गया है कि पिछले साल में हुई चार अन्य वारदातों के आरोपितों पर भी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। टारगेट पुलिसिंग के तहत कानपुर नगर पुलिस की प्राथमिकता तय हुई है।
कानपुर, जेएनएन। शासन की टारगेट पुलिसिंग योजना के तहत इस माह कानपुर पुलिस बिकरू कांड समेत पांच प्रमुख मामलों के आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करेगी। इसके अलावा लुटेरों, महिला अपराध के आरोपितों व सट्टेबाजों पर भी पुलिस टारगेट कर कार्रवाई करेगी। यह फैसला आइजी मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया है।
आइजी ने बताया कि टारगेट पुलिसिंग के तहत इस माह में कानपुर पुलिस को चार टारगेट दिए गए हैं। पहला, बिकरू कांड के आरोपितों पर एनएसए के तहत कार्रवाई करना है। इस मामले में अब तक 36 लोग जेल में हैं, जबकि एक फरार है। पिछले साल दो जुलाई को बिकरू में गैंगस्टर विकास दुबे के घर दबिश डालने गई पुलिस टीम पर हमला करके सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी।
इसके अलावा 20 जून 2020 को बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल में बंद 15 आरोपितों, संजीत हत्याकांड में जेल में बंद आठ आरोपितों, घाटमपुर में दीपावली के दिन बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर कलेजा खाने की घटना में जेल में चार आरोपितों और साढ़े में पड़ोसी को ङ्क्षजदा जलाने वाले पिता-पुत्रों के खिलाफ भी पुलिस इसी महीने रासुका के तहत कार्रवाई करेगी। आइजी ने बताया कि इसके अलावा टारगेट पुलिङ्क्षसग के तहत बड़ी लूट की घटनाओं में पकड़े गए लुटेरों व सट्टेबाजों के खिलाफ गैंगस्टर व छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ गुंडाएक्ट के तहत कार्रवाई भी होगी।