Bikru Case Update: शिवली और रूरा थाने में तैनात रहे प्रभारियों की जांच शुरू, एसआइटी की जांच में सामने आए थे नाम
चौबेपुर के बिकरू कांड के बाद जांच में कई पुलिस कर्मियों के संबंध विकास दुबे से होने की बात सामने आई थी। पुलिस अफसरों ने चौबेपुर थाने में तैनात रहे कई पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई भी की है। इसका खुलासा एसआइटी की जांच में हुआ है।
कानपुर, जेएनएन। गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों से जुड़े पूर्व के मामलों में कार्रवाई नहीं करने, उनको लेकर नरम रुख रखने वाले शिवली व रूरा थाने में तैनात रहे पूर्व थाना प्रभारियों की जांच सीओ अकबरपुर को दी गई है। एसआइटी जांच में इनके नाम सामने आने के बाद शासन से निर्देश मिलने पर जांच शुरू हुई है।
कुख्यात विकास दुबे गैंग का प्रभाव सबसे ज्यादा रूरा, शिवली व आसपास क्षेत्रों तक था। उसके दाहिने हाथ जिला पंचायत सदस्य गुड्डन का घर रूरा में है, जबकि उसकी पत्नी कंचन शिवली के कोढ़वा की निवर्तमान प्रधान है। इस गैंग की करतूतों की जल्द कोई शिकायत नहीं करता था। कभी शिकायत होने पर थाने में उसकी ठीक ढंग से सुनवाई नहीं होती थी। खासकर शिवली थाने में ये स्थिति अधिक रहती थी। पूर्व थाना प्रभारियों पर आरोप है कि वो विकास और उसके गैंग के सदस्यों की मदद करते थे। इसीलिए उसके हौसले बुलंद होते गए।
एसआइटी की जांच में सामने आया था कि शिवली के थाना प्रभारी रह चुके राकेश श्रीवास्तव, लवकुश, संजय कुमार, सूबेदार व दीवान गिरी के साथ ही रूरा में धर्मवीर सिंह की उस दौरान तैनाती रही। अब उनके क्रियाकलापों व विकास दुबे गैंग से साठगांठ की जांच की जाएगी। सीओ अकबरपुर संदीप सिंह जांच करके अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देंगे। सीओ ने बताया कि जांच शुरू कर दी है। जल्द ही पूरी रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जाएगी।