Bikru Case Update: विकास गैंग के बाद रायफल पर भी 25 हजार का इनाम, दागे थे प्रतिबंधित अमेरिकन विंचेस्टर कारतूस
आइजी ने बिकरू कांड में इस्तेमाल हुई सेमी ऑटोमेटिक रायफल ढूंढकर लाने वाले को 25 हजार का इनाम देने का एलान किया है। पुलिस को आशंका है कि विकास ने किसी परिचित के घर में इस रायफल को छिपा दिया था।
कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड में जिस सेमी ऑटोमेटिक रायफल से पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई गई थीं, उसे ढूंढने वाले को 25 हजार रुपये का इनाम मिलेगा। आइजी मोहित अग्रवाल ने शनिवार को इसकी घोषणा की।
दो जुलाई की रात चौबेपुर के बिकरू गांव में पकडऩे गई पुलिस टीम पर दुर्दांत हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे व उसके साथियों ने सेमी ऑटोमेटिक रायफल से प्रतिबंधित अमेरिकन विंचेस्टर कारतूस चलाए गए थे। पुलिस ने उस रायफल व अन्य हथियारों को बरामद करने के लिए विकास व उसके करीबियों के घर बुलडोजर से ध्वस्त करा दिए थे, लेकिन सेमी ऑटोमेटिक रायफल नहीं मिली। हालांकि कुछ तमंचे, बम आदि मिले थे। अब उस रायफल को ढूंढने के लिए जनता की मदद लेने की तैयारी हो रही है।
इसके लिए आइजी मोहित अग्रवाल ने रायफल ढूंढकर लाने वाले को 25 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है। आइजी ने बताया कि रायफल कहां है? इस बारे में विकास के ही करीबियों या ग्रामीणों से जानकारी मिल सकती है। मुमकिन है कि वारदात के बाद विकास ने ही यह रायफल किसी परिचित के घर पर छिपाई हो। इसलिए इनाम की घोषणा की गई है।
रायफल ढूंढने पंजाब भी गई थी टीम
रायफल को ढूंढने के लिए पूर्व एसएसपी दिनेश कुमार पी ने एक टीम को पंजाब भी भेजा था, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। बता दें कि कुछ समय पहले विकास के भाई दीपक उर्फ दीपू दुबे ने लखनऊ कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने बिकरू कांड के आखिरी आरोपित विपुल दुबे को गिरफ्तार कर जेल भेजा। पुलिस ने दीपू, विपुल व उमाशंकर से पूछताछ की तो पता लगा था कि सेमी ऑटोमेटिक रायफल दीपक दुबे की थी, जो एक साल पहले से विकास दुबे इस्तेमाल कर रहा था।