Vikas Dubey News: बिकरू कांड की वजह था बाल गोविंद, जमीन विवाद में विकास से डलवाया था दबाव
एसटीएफ ने सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में आरोपित गोविंद दुबे को चित्रकूट के कर्वी-खोही मार्ग पर परिक्रमा मोड़ के पास से पकड़ा है।
कानपुर, जेएनएन। चौबेपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई की रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए दबिश जिस मुकदमे में दी गई थी, उसकी जड़ बाल गोविंद दुबे से शुरू हुई थी। मुठभेड़ के दौरान आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में विकास के साथ ही बाल गोविंद दुबे और उसका बेटा शिवम दुबे भी वांछित था। एसटीएफ ने शिवम को पहले ही चौबेपुर से गिरफ्तार कर लिया था, वहीं मंगलवार को उसके पिता बाल गोविंद उर्फ बड्डे को चित्रकूट से गिरफ्तार किया है। बिकरू कांड के बाद पुलिस ने उसपर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
बिकरू कांड में मुख्य आरोपित हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से पुलिस और एटीएफ उसके गुर्गों की तलाश कर रही है। तीन दिन पहले चौबेपुर थाने में एक आरोपित उमाकांत शुक्ला के समर्पण के बाद मंगलवार को एसटीएफ ने पचास हजार के इनामी गोविंद दुबे उर्फ लालू उर्फ बड्डे को गिरफ्तार कर लिया है। अब एसटीएफ उससे पूछताछ के बाद अदालत में पेश करेगी।
विकास दुबे का परिवारी चचेरा भाई बाल गोविंद दुबे है, उसका मकान भी विकास के घर के पास ही है। दो जुलाई की रात बाल गोविंद की मकान की छत से भी पुलिस पर गोलियां बरसाई जा रही थीं। पुलिस ने उसे और उसके बेटे शिवम दुबे को भी नामजद किया था। एसटीएफ ने शिवम दुबे को तो चौबेपुर से गिरफ्तार कर लिया था लेकिन बाल गोविंद फरार चल रहा था। पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
...तो मुठभेड़ की वजह है बालगोविंद
बिकरू कांड की तह में देखा जाए तो बाल गाेविंद वारदात की वजह है। दरअसल, जिस मुकदमे को लेकर पुलिस विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए दबिश देने गई थी, उसके पीछे भूमि विवाद का कारण था। विकास दुबे के परिवारी चचेरे भाई बाल गोविंद दुबे की बेटी का विवाह उन्नाव निवासी सुनील तिवारी से हुआ था। सुनील अपने मामा मोहिनी निवादा निवासी लल्लन शुक्ला के पास रहता था। लल्लन शुक्ला की तीन बेटियां ज्योतिमा, प्रतिमा और सरिता हैं। ज्योतिमा की शादी गौरी लक्खा निवासी बबलू तिवारी और प्रतिमा की शादी जादेपुर निवासी राहुल तिवारी से कर दी थी, जबकि सरिता अभी अविवाहित है।
बेटा न होने के कारण लल्लन शुक्ला ने भांजे सुनील को अपने साथ रख लिया था। करीब एक साल पहले लल्लन शुक्ला की मौत हो गई। आरोप है कि सुनील ने दाननामा वसीयत बनवाकर बेशकीमती छह बीघा भूमि अपने नाम करवा ली, जिसकी कीमत करोड़ों में थी। इसके बाद लल्लन शुक्ला के दामादों का सुनील का विवाद शुरू हो गया। इसपर बाल गोविंद ने जानकारी होने पर विकास दुबे को बीच में डालकर सुनील की मदद की कोशिश कराई थी। इसपर राहुल तिवारी ने चौबेपुर थाने में विकास दुबे व उसके साथियों पर मुकदमा दर्ज करा दिया था, जिसपर पुलिस विकास को गिरफ्तार करने गई थी।