Move to Jagran APP

Bikru Case: न्यायिक आयोग ने जमा कराया शहीद सीओ का मोबाइल, अब होगी फॉरेंसिक जांच

एसआइटी की जांच में सीओ को दोषी मानने के सवाल पर परिवार ने चुप्पी साधी। साढ़ू ने एसआइटी पर सवाल खड़े करते हुए वायरल ऑडियो की फॉरेंसिक जांच से साजिश का सच सामने आने की बात कही ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 23 Dec 2020 07:45 AM (IST)Updated: Wed, 23 Dec 2020 07:45 AM (IST)
Bikru Case: न्यायिक आयोग ने जमा कराया शहीद सीओ का मोबाइल, अब होगी फॉरेंसिक जांच
बिकरू कांड में एसआइटी की जांच रिपोर्ट पर सवाल।

कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड में शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के कथित मोबाइल और उससे पिछले दिनों वायरल हुए ऑडियो की न्यायिक आयोग फॉरेंसिक जांच कराएगा। आयोग ने बयान देने के लिए सीओ के स्वजन को मोबाइल सहित बुलाया था और इसके बाद मोबाइल जांच के लिए जमा करा लिया। एसआइटी की जांच में शहीद सीओ को भी दोषी ठहराने पर उनके स्वजन कुछ नहीं बोले। साढ़ू ने दावा किया है कि एक बार वायरल ऑडियो की फॉरेंसिक जांच हो जाए तो कई और चेहरे बेनकाब होंगे। उन्होंने एसआइटी द्वारा सीओ को दोषी ठहराए जाने पर भी सवाल खड़े किए हैं।

loksabha election banner

बिकरू कांड में पुलिस कर्मियों की हत्या और जवाब में पुलिस की ओर से किए गए एनकाउंटर मामलों की जांच न्यायिक आयोग कर रहा है। आयोग में सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जज बीएस चौहान, उच्च न्यायालय से रिटायर जज एसके अग्रवाल और पूर्व डीजीपी एसके गुप्ता शमिल हैं। न्यायिक आयोग की जांच में आइजी मोहित अग्रवाल, तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार पी, एसपी पश्चिम डा. अनिल कुमार, एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव समेत तमाम अधिकारी अपने बयान दर्ज करा चुके हैं। पिछले दिनों शहीद सीओ के साढ़ू कमलाकांत दुबे ने बयान दर्ज कराए थे, जिसमें उन्होंने सीओ की वायरल ऑडियो की जांच की मांग की थी।

उन्होंने वायरल ऑडियो देने की पेशकश की थी, लेकिन आयोग ने मना कर दिया था। 19 दिसंबर को शहीद सीओ के स्वजन भी आयोग के सामने पेश हुए। सूत्रों के मुताबिक, आयोग के निर्देश पर वह सीओ द्वारा प्रयोग किए जाने वाला मोबाइल भी ले गए थे। आयोग ने फॉरेंसिक जांच के लिए मोबाइल जमा करवा लिया है।

उनके साढ़ू कमलाकांत दुबे ने दैनिक जागरण से फोन पर बातचीत में बताया कि सीओ का मोबाइल न्यायिक आयोग में जमा करवा लिया गया है। उसकी फॉरेंसिक जांच होगी। उन्होंने कहा कि एक बार फॉरेंसिक जांच होने पर सच सामने आ जाएगा कि वह वारदात के लिए कितने दोषी थे। सीओ को अंतिम समय दबाव डालकर दबिश के लिए भेजा गया, ऐसे में वह तैयारी कहां से करते। वायरल ऑडियो भी इसकी पुष्टि करते हैं। हालांकि, दैनिक जागरण ऐसे किसी वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।

मनु को लेकर भी फैसला अभी नहीं

पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके प्रेम प्रकाश पांडेय की बहू मनु को लेकर भी पुलिस अब तक कोई फैसला नहीं कर सकी है। वायरल ऑडियो में उसके खिलाफ पर्याप्त सुबूत हैं, लेकिन चार्जशीट में पुलिस ने मनु के खिलाफ सिर्फ जांच चलने का जिक्र किया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.