Bikru Case Update: बुलेट प्रूफ जैकेट को चीर देने वाले विंचेस्टर कारतूसों की तलाश, एसटीएफ ने मध्य प्रदेश के भिंड में डाला डेरा
बिकरू कांड के बाद एसटीएफ को जांच में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पास सौ से ज्यादा खतरनाक विंचेस्टर कारतूस होने की जानकारी मिलने के बाद तलाश शुरू की थी। भिंड से सेमी ऑटोमेटिक रायफल बरामद होने के बाद अब एसटीएफ ने डेरा डाला है।
कानपुर, जेएनएन। एसटीएफ ने गैंगस्टर विकास दुबे के कई हथियार बरामद कर लिए हैं, लेकिन अब तक उनके कारतूस नहीं मिले हैं। एसटीएफ का मानना है कि अभी भी सौ कारतूस बरामद होने बाकी हैं। जिनमें से सर्वाधिक विंचेस्टर की कारतूस हैं। इनकी तलाश में एसटीएफ की एक टीम ने मध्य प्रदेश के ङ्क्षभड में डेरा जमा लिया है। वहीं, एसटीएफ ने यह भी दावा किया है कि विकास के लगभग दो दर्जन हथियार अभी भी बरामद नहीं हुए हैं।
एसटीएफ कानपुर की टीम ने पिछले दिनों विकास दुबे के छह मददगारों व एक हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया था। इस दौरान एसटीएफ शिव तिवारी की सेमी ऑटोमेटिक रायफल, एक कार्बाइन, रिवॉल्वर सहित छह हथियार और बड़ी संख्या में कारतूस बरामद किए गए थे। वहीं, दीपू दुबे की गायब सेमी ऑटोमेटिक रायफल व दोनाली बंदूक भी भिंड पुलिस ने बरामद कर ली थी। मुख्य मददगार विष्णु पाल और रामजी ने पूछताछ में बताया था कि इससे ज्यादातर हथियार और कारतूस विकास दुबे छोड़कर गया था।
सूत्रों के अनुसार करीब दो दर्जन हथियार और सौ से ज्यादा कारतूस अभी भी हथियार तस्करों के पास हैं। अमेरिकन विंचेस्टर कारतूस साधारण बुलेट प्रूफ जैकेट को चीर देने की क्षमता रखती है। इस कारतूस का अगला हिस्सा यानी बुलेट स्टील का है, जो कि बेहद नुकीला होता है। सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ बसपा नेता के जरिए आगे के तस्करों तक पहुंचा चाहती है, ताकि कारतूस बरामद हो सके।